समय से पौधे को खाद-पानी न मिले तो मुरझा जाता है – पीएम मोदी का संदेश
‘‘विश्व दृश्य-श्रव्य एवं मनोरंजन शिखर सम्मेलन’’ में जुटे हजारों क्रिएटर्स

मुंबई : विश्व दृश्य-श्रव्य एवं मनोरंजन शिखर सम्मेलन 2025 की टैगलाइन है- ‘कनेक्टिंग क्रिएटर्स, कनेक्टिंग कंट्रीज’। इसमें 90 से अधिक देशों की भागीदारी है, जिसमें 10,000 से अधिक प्रतिनिधि, 1,000 क्रिएटर्स, 300 से अधिक कंपनियां और 350 से अधिक स्टार्टअप शामिल हो रहे हैं।
नोएडा में स्टार्टअप चलाने वाले सूर्य प्रताप सिंह और स्पर्श सक्सेना के लिए एक मई का दिन यादगार बन गया। आखिर जिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से उन्होंने अपना स्टार्टअप शुरू किया था, उनसे मिलने का अवसर जो मिल गया। वेव्स का उद्घाटन करने के बाद पीएम ने क्रिएट इन इंडिया चैलेंज के फाइनलिस्टों व युवा क्रिएटर्स से बात की। पीएम ने कहा कि जिस तरह कई पौधों को उचित खाद-पानी नहीं मिलता तो वे मुरझा जाते हैं। सरकार का लक्ष्य और विजन है कि हम क्रिएटर्स को उचित मंच और सहयोग दें।
पीएम के विजन से मिला इतना बड़ा मंच
मूलत: बुलंदशहर के रहने वाले सूर्य प्रताप ने बताया, हमने क्रिएट इन इंडिया चैलेंज में एंटी पायरेसी पर काम किया। पूरे देश से जो टॉप 7 टीम चयनित हुईं उसमें हम भी हैं। पीएम जब स्टॉल पर आए तो हमारे एंटी पायरेसी सॉल्यूशन को समझा और फिर पूछा कि इस समय जो एआई कंटेंट बन रहे हैं, क्या उसे सुरक्षित कर पायरेसी रोक सकते हैं? इसके बारे में सुझाव मांगे। हमें इस पर काम करने को कहा। हमने बताया कि हम ऐसे समाधान विकसित कर सकते हैं। वैश्विक स्तर पर इतना बड़ा मंच हमें पीएम के विजन की वजह से हमें मिला है।
इस आयोजन से हम अपने सपने पूरे कर पाएंगे
पीएम मोदी जब एनिमेशन और फिल्म मेकिंग से जुड़े काम करने वाली टीम के पास पहुंचे तो ओडीशा के कटक से आई भाग्यश्री सतपथी व उनकी टीम से मजाक में कहा, यहां तो पूरा हिन्दुस्तान ही आ गया है।
भाग्यश्री ने बताया कि उनकी टीम में मेघालय, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु के भी सदस्य हैं। पीएम ने उनके कॉन्सेप्ट को ध्यान से सुना और सराहा। , नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद की छात्रा भाग्यश्री ने कहा कि वेव्स उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उनके पास आइडिया, कॉन्सेप्ट है, पर फंडिंग की जरूरत है।
पीएम के सुझाव पर दिया काम करने का भरोसा
मुरादाबाद की स्पर्श सक्सेना ने बताया, हमने पीएम से बात करते समय एआई पर काम करने के लिए हामी भरी है। वेव्स में प्रत्येक इंडस्ट्री, सेक्टर से लोग आए हैं। जैसे डिजिटल डोमेन, एनिमेशन, फिल्म, वीएफएक्स आदि। हम एक दूसरे से इंटरेक्ट कर पा रहे हैं। बहुत अच्छी नेटवर्किंग का अवसर मिल रहा है।
पहले ऐसा मंच मिलता तो कहां पहुंच जाते
तमिलनाडु के कोयंबटूर से आए सुंदर महालिंगम एक डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। सुंदर ने बताया कि वह 43 साल के हैं और कई सालों से एनिमेशन के क्षेत्र से जुड़े हैं, लेकिन ऐसा मंच नहीं मिला। यदि पहले ऐसा मंच मिलता तो शायद बहुत आगे बढ़ गए होते।
यह अपने आप में अलग तरह का आयोजन है। सरकार की तरफ से एंटरटेनमेंट क्षेत्र के लिए पहला इतना बड़ा प्रयास है। यह ऐसा मंच है जहां स्टूडेंट और टीचर एक टीम में साथी हैं। मुंबई के तन्मय ने बताया कि पीएम मोदी 40 मिनट से अधिक हमारे बीच रहे। एक पीएम युवाओं को, क्रिएटर्स को इतना समय दे रहा, छोटी बात नहीं है।