पड़ोसी देश श्रीलंका में भारत ने तीन एयरपोर्ट खरीद

कोलंबो (श्रीलंका): इस समय पूरी दुनिया में भारत की जय-जयकार हो रही है। ऐसा लगता है कि पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। भारत जिस पड़ोसी देश श्रीलंका को भगवान राम के दुश्मन रावण का देश मानता रहा है। उसी श्रीलंका में भारत ने तीन एयरपोर्ट खरीद लिए हैं। अब श्रीलंका के लगभग बर्बाद हो चुके एयरपोर्ट आबाद करके भारत उन एयरपोर्ट का मालिक बनेगा।
श्रीलंका के तीन एयरपोर्ट भारत के हो गए
हमने पहले ही बताया था कि भारत की प्रसिद्ध कंपनी अडाणी समूह तथा श्रीलंका की सरकार के बीच एयरपोर्ट के अधिग्रहण को लेकर लंबे अरसे से बात चल रही थी। अब श्रीलंका के पर्यटन मंत्री हरिन फर्नांडो ने इस डील पर मोहर लगाते हुए घोषणा कर दी है कि भारत की कंपनी श्रीलंका के एयरपोर्ट (हवाई अड्डों) का संचालन करेगी। श्री लंका के पर्यटन मंत्री फरवरी के दूसरे सप्ताह में भारत के दौरे पर आए थे।
इसी दौरे के दौरान श्रीलंका के मंत्री ने मुंबई में घोषणा की थी कि श्रीलंका के एयरपोर्ट का अधिग्रहण भारत की कंपनी ने कर लिया है आपको बता दें कि भारत की प्रसिद्ध कंपनी अडाणी समूह ने श्रीलंका के कोलंबो में स्थित भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (भंडार नायके एयरपोर्ट) कोलंबो में ही स्थित श्रीलंका का दूसरा एयरपोर्ट रतमलाना एयरपोर्ट (Ratmalana Airport) तथा हवनटोटा में स्थित मटाला एयरपोर्ट (Mattala Airport) का पूरा अधिग्रहण कर लिया है।
श्रीलंका की हालत सुधरेगी
श्रीलंका के पर्यटन मंत्री हरिन फर्नांडो को उम्मीद है कि भारत की कंपनी द्वारा श्रीलंका के एयरपोर्ट का संचालन करने से श्रीलंका के पर्यटन उद्योग में बहुत बड़ा आ जाएगा। हवाई अड्डों के मैनेजमेंट में भारत की कंपनी को शामिल करने की योजना श्रीलंका में पर्यटन उद्योग को फिर से बूस्ट करने की पहल के बीच लाई गई है। कोविड महामारी के बाद से श्रीलंका का पर्यटन उद्योग बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। लेकिन, साल 2023 में श्रीलंका में विदेशी पर्यटकों का आगमन 2022 के मुकाबले दोगुना हो गया। पर्यटकों की बढ़ती संख्या के कारण श्रीलंका के हवाई अड्डों पर बुनियादी ढांचों की कमी पड़ रही है। उम्मीद है कि भारत की कंपनी के श्रीलंका में आने से सुविधाओं में विस्तार होगा और यात्रियों को बेहतरीन अनुभव मिलेगा।
श्रीलंका में भारत की कंपनियां पहले से ही काम कर रही हैं। श्रीलंका के एयरपोर्ट चलाने का काम अपने हाथ में लेने वाली भारत की प्रसिद्ध कंपनी अडानी समूह ने श्रीलंका में पहले से ही बंदरगाहों और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश किया हुआ है। पिछले साल नवंबर में अडानी समूह ने कोलंबो में अपने पश्चिमी कंटेनर टर्मिनल प्रोजेक्ट के लिए यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन से 553 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की थी।