बिहार में अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़
पाकिस्तान में बैठे आकाओं को भेजे जा रहे थे रुपये

पूर्वी चंपारण (बिहार)ः बिहार में अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। यहां बैठे साइबर ठग पाकिस्तान में मौजूद अपने आकाओं यानी मास्टरमाइंड को रुपये भेज रहे थे। गिरफ्तार साइबर अपराधियों का पाकिस्तानी कनेक्शन आया सामने, सुरक्षा एजेंसियों को मिली चैंकाने वाली जानकारी.
बिहार के पूर्वी चंपारण में पुलिस ने छापेमारी कर शुक्रवार को पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में इन बदमाशों का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। गिरोह का मास्टर माइंड मणिभूषण राम का कराची में बैठे एक व्यक्ति से सीधा संपर्क सामने आया है। बीते माह उससे खास नंबर पर पांच-सात मिनट तक बातचीत के सबूत भी मिले हैं।
पिछले महीने उससे खास नंबर पर पांच-सात मिनट तक बातचीत के प्रमाण भी मिले हैं। इसकी सूचना के बाद आतंक निरोधी दस्ता (एटीएस) की टीम के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ की। इसके बाद सभी को शनिवार को जेल भेज दिया गया।
एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में मिले 11 सेलफोन और एक लैपटाप की जांच चल रही है। सभी सेलफोन की काल डिटेल निकाली जा रही है। जिला पुलिस इन बदमाशों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। प्रारंभिक जांच में पता चला कि गिरोह की ओर से इंटरनेट मीडिया पर अकाउंट बनाकर पैसों की अवैध निकासी की जाती थी।
एक करोड़ से ज्यादा की अवैध निकासी के प्रमाण
गिरफ्तार बदमाशों द्वारा एक करोड़ से ज्यादा की अवैध निकासी के प्रमाण मिले हैं। अलग-अलग 31 बैंक खातों से रुपये की हेराफेरी की गई है।
गिरोह के बैंक खाते बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड, केरल में भी हैं। सभी संबंधित खातों को फ्रिज करने के लिए बैंक प्रबंधकों को पत्र लिखा गया है।
वॉट्सऐप कॉल के बारे में पता लगाने में जुटी पुलिस
गिरोह के सरगना मणिभूषण ने करांची में एक व्यक्ति से वॉट्सऐप कॉल पर बात की है। पुलिस पता लगा रही है कि पाकिस्तान में किस तरह के लोगों से मणिभूषण के संबंध हैं।