मुख्यमंत्री द्वारा KGMU कार्डियोलॉजी आईसीयू भवन का लोकार्पण
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में कई योजनाओं का शिलान्यास

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को 1600 करोड़ की लागत से केजीएमयू में नव निर्मित तीन परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि शिवलोक मंगल के देवता हैं. लोक मंगल के प्रतिनिधि के रूप में आप सबकी समाज में प्रतिष्ठा है. प्रदेश के ही नहीं बल्कि देश के सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान को एक साथ तीन लोकार्पण और शिलान्यास का सौगात मिल रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह 120 साल की यात्रा कोई सामान्य यात्रा नहीं है केजीएमयू ने इस दौरान कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. केजीएमयू प्रदेश का एकमात्र चिकित्सा संस्थान है, जिसने पिछले एक सदी के दौरान दो बड़ी महामारियों का सामना किया है. जब पिछली सदी में महामारी आई होगी केजीएमयू शैशवावस्था में था. वहीं जब सदी की दूसरी महामारी के रूप में कोविड का सामना हम सभी को करना पड़ा. केजीएमयू पहला संस्थान था. जहां इस बीमारी से लड़ने के लिए जांच सुविधा का केंद्र बनाया गया था.
सीएम योगी ने कहा कि केजीएमयू में सेंटर ऑफ ऑर्थोपेडिक सुपरस्पेशलिटी का लोकार्पण करके आ रहे हैं. न्यू कार्डियोलॉजी विंग भी लोकार्पण हुआ है. केजीएमयू के नए प्रशासनिक भवन के शिलान्यास को संपन्न किया है. यह अपने आप में किसी भी संस्थान के लिए बड़ी उपलब्धि हो सकती है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति हो या संस्था इन दोनों की उपलब्धि इस बात पर निर्भर करती है कि उन्होंने समय की गति के साथ अपने आप को कैसे तैयार करके रखा है. उन्होंने कहा कि मरीज को विश्वास होता है कि जो केजीएमयू आएगा वह स्वस्थ होकर ही जाएगा.
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूपी के उपमुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि केजीएमयू का नाम दुनिया के सबसे विश्वसनीय चिकित्सा संस्थान के रूप में लिया जाता है. केजीएमयू में पढ़ने और फैकल्टी मेंबर बनना यहां की गतिविधियों में शरीक होना चिकित्सा क्षेत्र में काम करने वाले हर व्यक्ति के लिए प्रगति का पैमाना बन गया है. यह संभव तब हो पाया जब इसका 120 सालों का सफर नित्य प्रतिदिन नए आविष्कारों के साथ चिकित्सा क्षेत्र में मरीजों की उल्लेखनीय के बाद मिला है.
न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग में 92 आईसीसीयू बेड पर भर्ती होंगे मरीज
केजीएमयू वीसी प्रो. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि सीएम योगी ने न्यू काॅर्डियोलॉजी विंग का उद्धाटन किया. इससे लखनऊ के साथ प्रदेशभर के हृदय रोगियों को राहत मिलेगी. अभी तक हृदय रोगियों को इलाज के लिए एसजीपीजीआई, लोहिया संस्थान और लारी कार्डियोलॉजी पर निर्भर रहना पड़ता था, जहां बेड की सीमित उपलब्धता के कारण मरीजों को अक्सर रेफर करना पड़ता था. वर्तमान में लारी कार्डियोलॉजी में मात्र 84 बेड उपलब्ध हैं, जिससे अधिकतर समय सभी बेड फुल रहते हैं. अब नए भवन के शुरू होने से इसमें 92 आईसीसीयू नए बेड जुड़ गए हैं, जिससे कुल क्षमता 176 बेड तक पहुंच गई है.