इजरायल पर ईरान के बड़े हमले के बाद औंधे मुंह गिरे तेल के दाम
ब्रेंट क्रूड की कीमत 92.18 डॉलर

नई दिल्लीः इजरायल पर ईरान के हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आने का अंदेशा जताया जा रहा था। मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच तेल की कीमतों पर इसका असर पड़ने की संभावना जताई जा रही थी। एनालिस्टों का अनुमान है कि अगर यह युद्ध बड़ा रूप लेता है तो ब्रेंट क्रूड ऑयल का भाव 100 डॉलर प्रति बैरल के पार जा सकता है।
हालांकि इन सबसे बीच क्रूड ऑयल की कीमतों में एशियाई बाजार में गिरावट आई है। ईरान की कार्रवाई की उम्मीद में कीमतें पहले ही बढ़ गई थीं, पिछले हफ्ते ब्रेंट क्रूड छह महीने के उच्च स्तर के करीब पहुंच गया था।
जानकारों के मुताबिक, तेल बाजार को इस समय किसी भी अतिरिक्त आपूर्ति खतरे को ध्यान में रखने की आवश्यकता नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि ब्रेंट क्रूड 90 डॉलर के निशान से नीचे गिर सकता है, लेकिन व्यापारियों के गाजा और यूक्रेन में संघर्षों से जुड़े जोखिमों पर ध्यान केंद्रित रहने के कारण एक बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है। विश्लेषकों ने यह भी कहा कि हमले पर इजराइल की प्रतिक्रिया आने वाले दिनों और हफ्तों में वैश्विक बाजारों के लिए महत्वपूर्ण होगी।
ब्रेंट क्रूड की कीमत
पिछले हफ्ते के अंत में, ब्रेंट क्रूड की कीमत 92.18 डॉलर प्रति बैरल हो गई, जो अक्टूबर के बाद सबसे अधिक है, लेकिन फिर गिरकर 90.45 डॉलर पर बंद हो गई। अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन के मुताबिक, ईरान दुनिया का सातवां सबसे बड़ा तेल उत्पादक है और ओपेक तेल उत्पादकों के कार्टेल का तीसरा सबसे बड़ा सदस्य है। विश्लेषकों का कहना है कि तेल की कीमत के लिए आगे बढ़ने के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि क्या होर्मुज जलडमरूमध्य से शिपिंग प्रभावित होगी। ओमान और ईरान के बीच स्थित जलडमरूमध्य एक महत्वपूर्ण शिपिंग मार्ग है, क्योंकि दुनिया की कुल तेल आपूर्ति का लगभग 20ः हिस्सा इससे होकर गुजरता है।
ओपेक के सदस्य सऊदी अरब, ईरान, यूएई, कुवैत और इराक अपने द्वारा निर्यात किए जाने वाले अधिकांश तेल को जलडमरूमध्य से भेजते हैं। शनिवार को, ईरान ने होर्मुज जलडमरू-मध्य से गुजरते समय इजराइल से जुड़े एक वाणिज्यिक जहाज को जब्त कर लिया।
आज भी दिख रही गिरावट
कच्चे तेल की कीमतों में आज भी गिरावट देखने को मिल रही है। डब्ल्यूटीआई क्रूड के दाम 33 फीसदी गिरकर 85.38 डॉलर प्रति बैरल पर हैं। वहीं ब्रेंट क्रूड की कीमत गिरकर 90ध्28 डॉलर प्रति बैरल हो गई है।