पाकिस्तान: भारत हथियार बढ़ा रहा, इससे साउथ एशिया को खतरा

राष्ट्र संघ ने एक्शन नहीं लिया तो तबाही की वजह बनेगा

न्यूयॉर्क: पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में एक बार फिर कश्मीर को लेकर जहर उगला तो भारत ने करारा जवाब देकर उसकी बोलती बंद कर दी। भारत ने पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाते हुए दुनिया को बता दिया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के मंच का दुरुपयोग करते हुए गलत बयानी कर रहा है। भारतीय प्रतिनिधि ने ये भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद की फैक्ट्री है जिसे दुनिया जानती है और उसे कश्मीर पर बोलने का कोई हक नहीं है।

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने मंगलवार को निरस्त्रीकरण आयोग के सत्र में आरोप लगाया था कि भारत बड़े पैमाने पर हथियार बनाने के कार्यक्रम में लगा है, जिससे हाल के वर्षों में दक्षिण एशिया में सुरक्षा का माहौल खराब हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक है और इसे रणनीतिक साझेदारों द्वारा परमाणु मिसाइल, पारंपरिक और दूसरे अस्थिर करने वाले हथियारों की आपूर्ति की जा रही है। बता दें कि पाकिस्तान के उस्मान जादून को संयुक्त राष्ट्र के निरस्त्रीकरण आयोग का हाल ही में अध्यक्ष चुना गया है। पाकिस्तानी प्रतिनिधि की भारत को लेकर टिप्पणी इसके बाद आयोजित निरस्त्रीकरण आयोग के सत्र के दौरान आई है।

पाकिस्तान ने भारत पर हथियारों का जखीरा इकट्ठा कर साउथ एशिया की शांति को बिगाड़ने का आरोप लगाया है। संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) के एक कमीशन की बैठक में पाकिस्तान ने कहा, “साउथ एशिया का सबसे बड़ा देश इस वक्त बड़े पैमाने पर हथियार बना रहा है। इससे इलाके की सुरक्षा को खतरा है।”

UN कमीशन में पाकिस्तान के प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने भारत के हथियार खरीदने को लेकर चिंता जताई कि भारत उन पर अचानक हमला कर सकता है। अकरम ने कहा, “भारत ने कोल्ड स्टार्ट जैसी युद्ध लड़ने की नीतियां अपनाई हैं, जिससे पाकिस्तान पर अचानक हमले का खतरा बढ़ गया है।”

दरअसल, कोल्ड सटार्ट नीति का मतलब जंग की स्थिति में सेना को परमाणु हमले के लिए तैयार करना है। अकरम ने आगे कहा कि हथियार खरीदने के मामले में भारत आज सबसे आगे है। कई देश उसे मिसाइलें, परमाणु और हथियार सप्लाई कर रहे हैं।

मुनीर ने यह भी कहा कि भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई एक्शन न होने की वजह से हालात और खराब हो गए हैं। मुनीर ने कहा, “अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने सही कदम नहीं उठाए तो यह वैश्विक तबाही का कारण बन सकता है।”

पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने भारत का नाम लिए बगैर कहा, “20 साल पहले साउथ एशिया को परमाणु हथियारों से मुक्त बनाने का वादा किया गया था। एक देश (भारत) ने इसके बावजूद परमाणु हथियारों की टेस्टिंग की। इससे हमें भी मजबूर होकर न्यूक्लियर वेपन बनाने पड़े।

पाकिस्तान बोला- कश्मीरियों का अधिकार छीना जा रहा
जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बात करते हुए मुनीर अकरम ने कहा, “दशकों लंबे इस विवाद की वजह से 2 सेनाएं इतनी करीबी पर तैनात हैं। उनके पास घातक हथियार हैं, जिससे क्षेत्र की सिक्योरिटी सिचुएशन खराब है। कश्मीर में लगातार लोगों के अधिकारों को छीना जा रहा है।”

पाकिस्तान के प्रतिनिधि का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब खतरनाक हथियारों की निगरानी रखने वाले UN के सहायक कमीशन ने पाकिस्तान के उस्मान जादून को इस साल के लिए चेयरमैन नियुक्त किया है। सोमवार को इसके 3 हफ्ते के सेशन की शुरुआत हुई।

दूसरी तरफ पाकिस्तान की नई सरकार के मंत्री लगातार भारत से रिश्ते सुधारने से जुड़े बयान दे रहे हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने मंगलवार को कहा कि भारत में लोकसभा चुनाव के बाद दोनों देशों के रिश्ते सुधरने की उम्मीद है। वहीं 23 मार्च को विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा था कि पाकिस्तान का व्यापारिक समुदाय भारत के साथ व्यापार बहाल करना चाहता है।

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