प्रयागराज की अनामिका ने 12 हजार फीट से लगाई छलांग
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का झंडा लेकर छलांगए दुनियां में बढ़ाया भारत का मान

प्रयागराज : जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया।इसके बाद देशभर में तिरंगा शौर्य यात्राएं निकालकर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाया जा रहा है।हर देशवासी भारतीय सेना का मनोबल बढ़ा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर की गूंज अब देश की सीमाओं से निकलकर विदेश तक पहुंच गई है।इस अभियान की सफलता को विदेश की धरती पर खास अंदाज में सलामी दी है प्रयागराज की बेटी अनामिका शर्मा ने।देश की सबसे कम उम्र की महिला स्काई डाइवर अनामिका शर्मा ने भारतीय सेना को अनोखे अंदाज में सलामी दी है।अनामिका ने ऑपरेशन सिंदूर का झंडा लेकर थाईलैंड के बैंकॉक में आसमान से 12,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई।ऑपरेशन सिंदूर का झंडा लेकर छलांग लगाकर अनामिका ने भारत का मान बढ़ाया है।
अनामिका ने ये साहसिक छलांग भारतीय समय के अनुसार गुरुवार सुबह 11 बजे लगाई गई।इस ऐतिहासिक स्काई डाइव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में अनामिका लाल झंडा को गर्व से लहराते हुए आसमान में डाइव करती नज़र आ रही हैं।
यह पहली बार नहीं है जब अनामिका ने देश की भावना को विदेशी धरती पर सम्मानित किया हो। अनामिका ने जनवरी 2024 में थाईलैंड में 13 हजार फीट की ऊंचाई से राम मंदिर का झंडा लेकर स्काई डाइव की थी,जो पूरे देश में चर्चा का विषय बनी थी। थाईलैंड में हनुमान जी को रक्षक माना जाता है।
अनामिका शर्मा भारत की पहली महिला स्काई डाइविंग प्रशिक्षक बनने की दिशा में अग्रसर हैं।मात्र 10 वर्ष की उम्र में पहली स्काई डाइव करने वाली अनामिका अब तक 300 से अधिक स्काई डाइव कर चुकी हैं।अनामिका यह जुनून और हुनर उन्हें विरासत में मिला है। अनामिका के पिता अजय शर्मा, भारतीय वायुसेना से सेवानिवृत्त जूनियर वारंट ऑफिसर हैं। अनामिका के इस नए कीर्तिमान से उनके परिवार में भी खुशी की लहर है। उनका यह कदम देशवासियों के दिलों में गौरव का भाव भर दिया है।