स्मार्टफोन खुद बन जाएगा मोबाइल टॉवर
कॉल ड्रॉप या खराब नेटवर्क का झंझट खत्म

मोबाइल नेटवर्क से कॉल ड्रॉप समस्या का हल चीन के सैटेलाइट से कनेक्ट होने वाले स्मार्टफोन में देखा जा रहा है, जो हाई स्पीड डेटा ट्रांसफर कर सकता है। इससे आपातकाल के दौर पर संपर्क साधने में मदद मिल सकती है। बता दें कि एलन मस्क की ओर से भी सैटेलाइट कनेक्टिवटी ऑफर की जा रही है।
खराब मोबाइल नेटवर्क की वजह से यूजर्स को कॉल ड्रॉप की समस्या का सामना करना पड़ता है। हालांकि जल्द ही इससे छुटकारा मिल सकता है, क्योंकि अब मोबाइल टावर की समस्या से जल्द छुटकारा मिल सकता है। दरअसल चीन ने ऐसा स्मार्टफोन बनाया है, जो सीधे सैटेलाइट से कनेक्ट रहता है। चीन के वैज्ञानिकों ने दुनिया का पहला सैटेलाइट कनेक्टिविटी वाला स्मार्टफोन बनाया है, जिसकी मदद से सीधे सैटेलाइट से कॉल किया जा सकता है। इसके लिए ग्राउंड बेस्ड इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं है।
आपातकाल में साबित होता मददगार
Huawei टेक्नोलॉजीज की ओर से भारत का पहला सैटेलाइट कनेक्टिविटी वाला स्मार्टफोन लॉन्च किया है। हुआवे के बाद अन्य चाइनीज स्मार्टफोन ब्रांड शाओमी, हॉनर, ओप्पो इस रेस का हिस्सा हो सकते हैं।
यह टेक्नोलॉजी खासतौर पर उस वक्त काम करेगी, जब इमर्जेंसी में कॉल करने की जरूरत होगी। जब पारंपरिक कम्यूनिकेशन नेटवर्क फेल हो जाएंगे, उस वक्त सैटेलाइट कनेक्टिविटी काम करेगी। बाढ, भूकंप और सुनामी के दौरान कम्यूनिकेशन सिस्टम बर्बाद हो जाता है, उस वक्त सैटेलाइट कनेक्टिविटी वाले स्मार्टफोन काफी मददगार साबित हो सकते हैं। सीधे फोन में सैटेलाइट कनेक्टिविटी यूजर्स के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है।
मिलेगी सैटेलाइट कनेक्टिविटी
बता दें कि चीन के साथ ही एलन मस्क की ओर से सैटेलाइट कनेक्टिविटी पर काफी काम किया जा रहा है। चीन की तरह ही एलन मस्क की ओर से भी पृथ्वी की बाहरी कक्षा में कई सारे कम्यूनिकेशन सैटेलाइट को प्लेस किया गया है। एलन मस्क के सैटेलाइट कम्यूनिकेशन पूरी दुनिया में कम्यूनिकेशन कर सकते हैं। हालांकि चीन के सैटेलाइट फिलहाल एशिया रीजन में सैटेलाइट कनेक्टिविटी ऑफर कर सकते हैं।
हालांकि इतना जरूर साफ हो गया है कि आने वाला वक्त सैटेलाइट कनेक्टिविटी का है। इससे पहले सैटेलाइट कनेक्टिविटी में थोड़ा वक्त लगता था। लेकिन आज के वक्त में टेक्नोलॉजी इंप्रूव हुई है, जिसकी सैटेलाइट की मदद से हाई स्पीड डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है।