केजरीवाल की डाइट संबंधी रिपोर्ट तिहाड़ प्रशासन ने एलजी को सौंपी

गिरफ्तारी से पहले डॉक्टर ने उनकी इंसुलिन की खुराक बंद कर दी थी

दिल्ली: तिहाड़ जेल प्रशासन ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की डाइट से संबंधित रिपोर्ट सौंप दी है। दो दिन पहले ही दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने डीजी से 24 घंटे के अंदर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिपोर्ट मांगी थी।

एलजी द्वारा जारी बयान के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल इंसुलिन रिवर्सल पर थे और डॉक्टर ने उनकी गिरफ्तारी से काफी दिन पहले ही इंसुलिन की डोज बंद कर दी थी. दिल्ली के स्वास्थ्य सिस्टम को लेकर आम आदमी पार्टी के दावे पर भी एलजी ने कटाक्ष किया और कहा कि फिर भी उन्हें (केजरीवाल को) चोरी-छिपे दक्षिण में जाकर इलाज कराना पड़ रहा है, जिसका वह मेडिकल रिपोर्ट भी नहीं दे सके.

रिपोर्ट में कहा गया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तेलंगाना के निजी क्लीनिक से अपना इलाज करवा रहे थे। मांगने पर उन्होंने अपनी मेडिकल रिपोर्ट नहीं दिखाई। डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एग्जाम के दौरान लोक दवा खाने की सलाह दी गई थी। इसमें इंसुलिन की कोई बात ही नहीं कही गई। ऐसे में इंसुलिन न देने की बात ही नहीं आती।

उपराज्यपाल ने रिपोर्ट की मांग करते हुए दिल्ली के मंत्रियों और आप नेताओं के बयानों पर आधारित रिपोर्टों पर गंभीर चिंता व्यक्त की थी। रिपोर्ट में कहा था कि जेल में केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दिया जा रहा। इस आरोप के बाद उपराज्यपाल ने जेल के डीजी से तथ्यात्मक और व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था। साथ ही, उन्होंने कहा है था कि जेल एक हस्तांतरित विषय के रूप में सीधे और पूरी तरह से दिल्ली सरकार के अधीन आता है। उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया था कि सीएम के स्वास्थ्य के संबंध में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

एलजी को दी गई तिहाड़ की रिपोर्ट पर आप का बयान
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एलजी को दी गई तिहाड़ की रिपोर्ट पर कहा है कि इस रिपोर्ट से भाजपा की साजिश दिख गई है। कोई भी डॉक्टर बता देगा 300 शुगर लेवल खतरनाक होता है।भाजपा के कहने पर केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश चल रही है। सीएम केजरीवाल को इंसुलिन देने में जेल प्रशासन को क्यों दिक्कत है। 12 साल से सीएम इंसुलिन ले रहे हैं। जेल जाने से पहले 50 यूनिट इंसुलिन रोज लेते थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button