मीरजापुर शहर में 63 जर्जर इमारतों का खतरा, खाली करने के लिए नोटिस जारी

किरायेदारी- कानूनी विवादों के कारण मरम्मत कार्य बाधित

मीरजापुर (UP) : बारिश का मौसम शुरू होते ही शहर में मौजूद जर्जर भवनों को लेकर खतरा मंडराने लगा है। नगर पालिका ने ऐसे भवनों की सूची तैयार कर ली है जो अत्यधिक क्षतिग्रस्त हैं और कभी भी गिर सकते हैं। प्रशासन ने निवासियों को इन इमारतों से दूर रहने और आवश्यकतानुसार खाली करने की सलाह दी है।

शहर में ऐसे जर्जर भवन 63 चिह्नित किए गए हैं। नगर पालिका की ओर से पिछले वर्ष 50 जर्जर भवन चिह्नित किए गए थे, लेकिन इस वर्ष 13 जर्जर भवन और बढ़ गए। ऐसे में सभी को दोबारा नोटिस भेज दिया गया है। कुछ मालिकों ने मरम्मत भी करानी शुरू कर दी है लेकिन कई इमारतें अभी भी खतरे की स्थिति में हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल बारिश के दौरान कोई न कोई पुरानी इमारत गिरती है, जिससे जान-माल का नुकसान होता है। कई लोगों ने तो ऐसे भवनों को स्वयं ही गिरवा दिया है। किरायेदारी और अदालत में मामले लंबित होने की वजह से ज्यादातर मामले लटके हुए हैं।

नगर के गिरधर चौराहा, नटवां, बड़ी माता, लालडिग्गी, गौरियान, बूढ़ेनाथ, त्रिमोहानी, अनगढ़, बाजीराव कटरा, महंथ शिवाला आदि स्थानों पर जर्जर भवन देखे जा सकते हैं। कुछ वर्ष पूर्व शहर कोतवाली के सामने जर्जर भवन ढहने से एक ही परिवार के कई सदस्यों की मृत्यु हो गई थी।

63 भवन स्वामियों को बारिश के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से जर्जर भवन को देखते हुए नोटिस जारी किया गया है। लोगों से अपील है कि वह जर्जर भवन से दूर ही रहें।
-विपिन मिश्रा, नगर अभियंता, नगर पालिका मीरजापुर।

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