आयुर्वेदिक के अनुसार-स्टील नहीं, बच्चों को कुछ खास बर्तनों में देना शुरू करें खाना

बच्चों के लिए कांसे के बर्तन सबसे अच्छे

स्वास्थ – आजकल के समय में ज़्यादातर लोग स्टील या चीनी मिट्टी (सिरेमिक) के बर्तनों में खाना खाते हैं। ये बर्तन दिखने में अच्छे होते हैं, टिकाऊ होते हैं और साफ करना भी आसान होता है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार, सिर्फ खाना क्या है ये ही नहीं बल्कि किस बर्तन में खाना खाया जा रहा है, इसका भी शरीर पर असर पड़ता है। आयुर्वेद का मानना है कि बर्तनों की धातु शरीर के दोषों (वात, पित्त, कफ) को संतुलित कर सकती है और भोजन को और भी अधिक पौष्टिक बना सकती है।

बच्चों के लिए कांसे के बर्तन सबसे अच्छे
अगर आपका बच्चा पढ़ाई में कमजोर है, एकाग्र नहीं हो पा रहा या अक्सर सुस्त रहता है, तो आयुर्वेद के अनुसार कांसे के बर्तन में खाना देना फायदेमंद हो सकता है।

कांसे के बर्तन से बच्चों को ये फायदे होते हैं: बुद्धि और स्मरण शक्ति बढ़ती है, ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है, मस्तिष्क को पोषण मिलता है, पाचन शक्ति बेहतर होती है, भोजन में मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं। कांसा तांबा (कॉपर) और टिन (टिन) से मिलकर बनता है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को सक्रिय करता है। इसलिए बच्चों को कांसे के बर्तनों में भोजन कराना एक अच्छी आदत हो सकती है।

महिलाओं को लोहे  के बर्तनों में खाना क्यों खाना चाहिए?
महिलाओं के शरीर में अक्सर खून की कमी (एनीमिया) देखी जाती है। ऐसे में लोहे के बर्तनों में खाना बनाना और खाना, महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी हो सकता है।

लोहे के बर्तन से महिलाओं को ये फायदे होते हैं: शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है, आयरन की कमी पूरी होती है, थकान और कमजोरी में राहत मिलती है, मासिक धर्म से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं, अगर आप लोहे की कढ़ाई में खाना बनाती हैं या लोहे के प्लेट में खाना खाती हैं, तो यह आयरन का एक प्राकृतिक स्रोत बन जाता है।

आयुर्वेद यह मानता है कि खाना किस बर्तन में खाया जा रहा है, इसका असर सीधे शरीर पर पड़ता है। हर धातु की अपनी विशेषता होती है और अलग-अलग लोगों के लिए अलग धातु के बर्तन फायदेमंद हो सकते हैं। अगर आप भी अपने और अपने परिवार की सेहत को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो केवल खाना ही नहीं, बल्कि किस बर्तन में खाना परोसा जा रहा है, इस पर भी ध्यान दें।

सोने के बर्तनों में खाना खाने के फायदे
आयुर्वेद के प्रसिद्ध ग्रंथ ‘योग रत्नाकर’ में बताया गया है कि सोने के बर्तन में खाना खाने से भोजन के दोष नष्ट हो जाते हैं। डॉ. रोबिन शर्मा बताते हैं कि पुराने समय में राजा-महाराजा केवल शान दिखाने के लिए नहीं, बल्कि सेहत को ध्यान में रखकर सोने के बर्तनों में भोजन करते थे।

सोने के बर्तन से फायदे: भोजन के दोष खत्म होते हैं, शरीर में टॉक्सिन्स (विषैले पदार्थ) नहीं जाते, आंखों की रोशनी के लिए लाभकारी, इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है हालांकि आज के समय में हर कोई सोने के बर्तन में खाना नहीं खा सकता, लेकिन त्योहारों या विशेष अवसरों पर कभी-कभी इसका उपयोग किया जा सकता है।

चांदी के बर्तनों में खाना खाने के फायदे
चांदी को आयुर्वेद में ठंडक देने वाली धातु माना गया है। चांदी के बर्तनों में खाना खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और मन को शांति मिलती है।

चांदी के बर्तन से फायदे: पित्त दोष शांत होता है, शरीर का तापमान संतुलित रहता है, मानसिक तनाव कम होता है, मन को शांति और ठंडक मिलती है, इम्यूनिटी बढ़ती है, गर्मियों के मौसम में या जब शरीर में गर्मी ज़्यादा हो, तब चांदी के बर्तनों में खाना खाना बहुत लाभकारी माना गया है।

 

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