छांगुर बाबा का संबंध ISI से, उसका एनकाउंटर होना चाहिए : पूर्व सांसद वेदांती

गोंडा (UP) : पूर्व सांसद व भाजपा नेता, संत डॉ. रामविलास दास वेदांती आज गोंडा दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने छांगुर बाबा धर्मांतरण प्रकरण और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कांवड़ यात्रा पर दिए बयान को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि छांगुर बाबा जैसे लोग देश में धार्मिक और सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं।
वेदांती ने कहा- आज देश में इस्लामी आतंकवाद का जो प्रारूप खड़ा हो रहा है, वह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री को ज्ञात नहीं था। अब सरकार को इसकी गंभीरता का एहसास हो गया है। छांगुर जैसे हजारों लोग देश में सक्रिय हैं, जिनकी जांच बेहद जरूरी है। मुझे पूरा संदेह है कि इस बाबा के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से संबंध हैं। इस तरह के लोगों को सपा, बसपा और कांग्रेस सरकारों ने संरक्षण दिया।
गोंडा जिले में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह के पिता पूर्व सांसद आनंद सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे पूर्व सांसद डॉ रामविलास वेदांती ने उनके चित्र पर पुष्प चढाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उन्होंने कहा कि यहां पहुंचने के बाद मुझे इस बात का एहसास हुआ। उनके प्रति लोगों में बहुत सहानुभूति है। मुझे यहां एक जानकारी और मिली कि 1921 में आनंद सिंह के पिता विधान परिषद के सदस्य थे। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बलरामपुर में धर्मांतरण के आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को लेकर बड़ा बयान दिया।
उन्होंने कहा- छांगुर बाबा हिंदू लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार और अत्याचार कर रहा था। ऐसे लोगों को जेल नहीं, सीधे फांसी दी जानी चाहिए। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों पर मुकदमा न चलाकर सीधे एनकाउंटर किया जाए। जांच एजेंसियों की लापरवाही भी चिंताजनक है। आईबी, सीबीआई और एलआईयू के अधिकारी AC कमरों में बैठे रहते हैं, उन्हें भी जवाबदेह बनाया जाए।
अखिलेश यादव पर कांवड़ यात्रा को लेकर हमला
कांवड़ यात्रा को लेकर अखिलेश यादव के बयान पर भी वेदांती ने पलटवार किया। उन्होंने कहा- कांवड़ यात्रा हमारी सनातन संस्कृति की धरोहर है। इसे बदनाम करने की साजिश अखिलेश यादव और उनकी पार्टी रच रही है। कुछ अराजक तत्वों को बढ़ावा देकर माहौल खराब किया जा रहा है, और इसके पीछे सपा-कांग्रेस का हाथ है। यहां तक कि ISI के एजेंटों के जरिए हिंदू आस्था को बदनाम करने की कोशिश हो रही है।