लखनऊ में करोड़ों के साइबर फ्रॉड करने वाले गैंग का खुलासा
फ्लैट से चल रही थी ठगी की फैक्ट्री, 1.07 करोड़ के साथ 16 गिरफ्तार!

लखनऊ : राजधानी लखनऊ में अलग अलग स्थानों पर साइबर ठगी करने वाले गिरोह का लखनऊ पुलिस छापेमारी करके तेजी के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी करते हुए खुलासा कर रही है।
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साइबर क्राइम थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच ने सुशांत गोल्फ सिटी की फ्रेंड कालोनी से ऐसे गिरोह का राजफाश किया जो व्हॉट्सऐप पर मोटी कमाई और सुरक्षित निवेश का झांसा देकर लोगों की रकम ठगते थे। कुल 15 लोग पकड़े गए हैं और इनके कब्जे से कार, नकदी, बड़ी संख्या में मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद हुआ है।
डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित ने बताया कि साइबर क्राइम थाने की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। मौके से पुलिस ने बिहार निवासी प्रदुमन कुमार सिंह उर्फ रूद्र, सीतापुर निवासी अखिलेश कटियार, बिहार निवासी आलोक सिंह, अभिनंदन सिंह, बलिया निवासी इंद्रजीत कुमार, बिहार निवासी अमित कुमार बर्नवाल, कुशीनगर निवासी आर्यन बर्नवाल, बिहार निवासी धन्नू कुमार, देवरिया निवासी रिषभ सिंह, बिहार निवासी अमन कुमार सिंह, प्रीतम कुमार, अंकित कुमार, अभिजीत कुमार शर्मा, सावन कुमार सिंह और बाराबंकी निवासी अभिषेक गुप्ता को गिरफ्तार किया।
आरोपितों ने बताया कि यह लोग अन्ना रेड्डी, फेयर प्ले, 99 एक्सचेंज जैसे गेमिंग एप के जरिये लोगों से सम्पर्क कर उन्हें लिंक व्हॉट्सऐप पर भेजते थे। इसके बाद झांसे में आए लोगों से रकम धोखे से इन्वेस्ट कराते, फिर उनकी रकम अपने खातों में ट्रांसफर करा लेते थे। रकम निकालने के बाद ये लोग मोबाइल, सिम कार्ड, लैपटॉप नष्ट कर जगह भी बदल देते थे।
आरोपितों के खिलाफ आईटी एक्ट के साथ ही अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोपितों ने बताया कि उनका सरगना राजा सिंह उर्फ राजा भैया और गनी उर्फ विशाल यादव हैं। माना जा रहा है कि सरगना दुबई, नेपाल और कुछ अन्य देशों से नेटवर्क संचालित कर रहे हैं। आरोपितों के खिलाफ विभिन्न राज्यों में कुल 14 शिकायतें दर्ज हैं।