चुनावों में AI से डीपफेक द्वारा साजिश रचने वालों Google कसेगा शिकंजा

नई दिल्ली: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में तो आपने सुना ही होगा. डीपफेक के गलत इस्तेमाल की कई खबरें भी पढ़ी होंगी. अब चिंता इस बात की बढ़ गई है कि डीपफेक का इस्तेमाल देश के आम चुनाव में भी हो सकता है.

किसी बड़े लीडर का फर्जी वीडियो बनाकर आपके दिमाग से खेला जा सकता है. जनता का अमूल्य वोट पाने के लिए मतदाताओं से छल किया जा सकता है. ये खतरा वाकई बड़ा है और इससे निपटने के लिए चुनाव आयोग कमर कस चुका है.

तब आप अनजाने में पहले तो उस वीडियो को सच मान बैठेंगे और फिर उस नेता के खिलाफ जाकर वोट दे आएंगे, जिससे वो चुनाव हार जाएगा. जबकि उसने ऐसा कभी कुछ कहा या किया नहीं होगा.

चुनाव में डीपफेक की साजिश
चुनाव में ये साजिश किसी बड़े स्टार के साथ भी हो सकती है. जिसमें उस स्टार का चेहरा और आवाज का इस्तेमाल किया जा सकता है. वो स्टार किसी अमुख नेता या पार्टी के लिए प्रचार करता दिख सकता है. आप अनजाने में उस वीडियो को सच मान बैठेंगे और उसकी अपील पर अपना अमूल्य वोट किसी और पार्टी को दे आएंगे.

चुनाव में ऐसा होने की आशंका बहुत ज्यादा है. चुनाव आयोग इसे लेकर फिक्रमंद है. खतरे से निपटने के लिए गूगल के साथ समझौता किया गया है. समझौते के तहत गूगल आने वाले दिनों में अपने यूजर्स को यू-ट्यब और सर्च में चुनाव से जुड़ी सटीक जानकारी देगा. हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लोगों को वोट करने के बारे में सही जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी. चुनाव के दौरान AI जनरेटेड कंटेंट का बोलबाला रोकने का प्रयास होगा. कुछ फीचर्स ऐसे दिये जाएंगे जिससे आम यूजर्स AI जनरेटेड फर्जी कंटेंट की पहचान कर पाएंगे.

डीपफेक का तेजी से हो रहा गलत इस्तेमाल
आपको शायद ही मालूम होगा कि वोटर्स को भ्रमित करने के लिए डीपफेक का इस्तेमाल बीते दो साल से दुनिया के अलग अलग देशों के चुनाव में हो रहा है. पिछले साल सितंबर में स्लोवाकिया में आम चुनाव हुए थे. प्रोग्रेसिव स्लोवाकिया पार्टी के नेता सिमेका चुनाव इसलिए हार गए क्योंकि मतदान से ठीक दो दिन पहले उनका एक वीडियो वायरल हुआ. इसमें वो ये कहते सुने गए कि चुनाव जीतने पर बीयर की कीमत दोगुनी कर देंगे.

हकीकत में उन्होंने ऐसा कोई वादा नहीं किया था. बल्कि किसी ने डीप फेक तकनीक का इस्तेमाल करके उनका फर्जी वीडियो वायरल कराया था. इसका नतीजा ये हुआ कि वो चुनाव हार गए. हाल ही में अमेरिका में बाइडेन की नकली आवाज में वहां के चुनाव को लेकर एक वीडियो जारी किया गया था

भारतीय नेता भी हुए शिकार
तेलंगाना चुनाव में भी पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव का डीपफेक वीडियो बन गया था, जिसमें राव कांग्रेस के पक्ष में वोट करने के लिए कह रहे थे. बाद में उन्होंने इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.नवंबर में राजस्थान चुनाव के दौरान पूर्व सीएम अशोक गहलोत की आवाज में व्हाट्सएप से उनके नाम से कॉल की गई थी. ये पूरी तरह फेक था.

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