सरकार का मार्केट प्लेस ‘जेम’: फ्लिपकार्ट-अमेजान जैसे प्लेटफार्म को देगी टक्कर
इस साइट पर प्रोडक्ट के साथ सर्विस भी नजर आती है!

नई दिल्ली: जेम सरकारी खरीदारों को एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से अखिल भारतीय विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं से सीधे उत्पाद और सेवाएं खरीदने के लिए एक पेपरलेस, कैशलेस और संपर्क रहित इकोसिस्टम प्रदान करता है। जेम की सीधी और सरल प्रक्रियाओं ने सरकारी विभागों, PSUs और PSEs को करदाताओं के लगभग 80,000 करोड़ रुपये बचाने में मदद की है।
गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस जेम एक एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो विभिन्न केंद्रीय/ राज्य सरकार के मंत्रालयों, विभागों, संगठनों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) पंचायतों, सहकारी समितियों आदि द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की सुविधा प्रदान करता है।
एक सरकारी साइट (https://gem.gov.in/) है। जब आप यहां पर जाएंगे तो नजर आएगा कि अलग-अलग प्रोडक्ट लिस्टेड हैं। यहीं पर आपको ओक्सीजन गैस, मेडिकल, फर्नीचर, फायर सेफ्टी और कंप्यूटर नजर आएगा। इसका मतलब है कि आप इसे यहीं पर देख सकते हैं। लेकिन ये आम जनता के लिए उपलब्ध नहीं है।
इतना ही नहीं, इस साइट पर प्रोडक्ट के साथ सर्विस भी नजर आती है। इसमें अलग-अलग सेक्शन बनाए गए हैं जिसमें बिजनेस भी शामिल होता है।
क्यों बनाया था पोर्टल-
केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद भ्रष्टाचार पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया था। इसलिए सरकार की तरफ से पूरे सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए सभी डील को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया गया था। ये बिजनेस के अवसर भी खोलता है। क्योंकि यहां पर आप प्रोडक्ट की लिस्टिंग देख सकते हैं और ये सभी की कीमत भी दर्शाता है। यानी कोई भी सामान सरकार की तरफ से भी खरीदने से पहले कीमत की तुलना आसान हो जाता है।
कैसे करती है काम-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस यानि जेम की स्थापना (2016) हुई है और देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के प्रयासों के तहत जेम ने भारत की सार्वजनिक खरीद प्रणाली में पारदर्शिता ला दी है। जेम के माध्यम से, भारत ने उन्नत प्रौद्योगिकी, समय के अनुकूल नयेपन को अपनाया है और सार्वजनिक खरीद के मजबूत नियमों का उपयोग करके एक आसान प्रणाली को साकार रूप में देश के सामने रखा है।
इस समय जेम देश के सभी केंद्रीय और राज्य सरकारों के मंत्रालयों, विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों के लिए वन-स्टॉप ऑनलाइन खरीद मंच है। दक्षता, पारदर्शिता और समावेशन के सैद्धांतिक स्तंभों पर बने जेम पोर्टल ने लाखों लोगों के जीवन को बदला है। यहाँ होने वाले अधिकतर कारोबार का आधे से अधिक हिस्सा महिलाओं और आदिवासी उद्यमियों, कारीगरों, बुनकरों और स्टार्टअप सहित हजारों मध्यम और छोटे उद्यमों के द्वारा ही पूरा किया जाता है। और इससे आज जेम समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने का पर्याय बन गया है।
जेम सार्वजनिक वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए सरकारी खरीदारों और निजी विक्रेताओं और आपूर्तिकर्ताओं और सेवा प्रदाताओं को एक एकीकृत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एक साथ लाता है। पोर्टल बोली लगाने से लेकर भुगतान प्राप्त करने तक आसान और सुरक्षित खरीद का बुनियादी ढांचा प्रदान करता है। खुली और पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से खरीद की सुविधा को आसान बनाता है और एकल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से मांग के एकत्रीकरण करने में मदद करता है।
जेम, देश के हर कोने में गुणवत्ता वाले विक्रेताओं, आपूर्तिकर्ताओं और सेवा प्रदाताओं को सार्वजनिक खरीद के बाजारों तक पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से संचालित है। इस के साथ ही यह सुनिश्चित करता है कि सरकारी निकायों द्वारा गुणवत्तापूर्ण वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए करदाताओं के पैसे का सही उपयोग किया जाए।
जेम समावेशी विकास, पारदर्शिता, दक्षता और भ्रष्टाचार मुक्त शासन के लिए प्रतिबद्ध है। यह सुनिश्चित करता है कि सरकारी प्रणालियाँ ईमानदार और प्रभावी हों और साथ ही सभी के लिए सुलभ हों।