अंतिम चरण में बनारस में महाजुटान: प्रियंका-डिंपल रोड शो के बाद भाजपा ने भेजी नेताओं की फौज
काशी को संदेश देने की जरूरत नहीं... विदेश मंत्री एस. जयशंकर

बनारस : लोकसभा चुनाव अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है. 1 जून को मतदान के साथ ही वोटिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगा. इस दिन वाराणसी में मतदान है. पीएम नरेंद्र मोदी की सीट होने के कारण वहां सियासी हलचल तेज है. भाजपा ने नेताओं की टीम उतार दी है. यहां पीएम मोदी को एक बार फिर अजय राय चुनौती दे रहे हैं.
भोलेनाथ की नगरी काशी में अब चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है. अंतिम चरण में यहां 1 जून को वोटिंग होनी है. दो दिन पहले विपक्ष की तरफ से प्रियंका गांधी और डिंपल यादव ने लंबा रोड शो किया. भीड़ देख सोशल मीडिया पर समर्थक अपने दावे करने लगे. इधर, भाजपा ने बनारस की गलियों में सीएम, डिप्टी सीएम, केंद्रीय मंत्री और यूपी के मंत्रियों की टीम उतार दी है. दरअसल, भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत को लेकर कॉन्फिडेंट है लेकिन वह जीत के अंतर को ऐतिहासिक बनाना चाहती है. ऐसे में बाकी जगहों पर चुनाव से फ्री हुए नेताओं को काशी भेजा गया है. आज भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा काशी में ही हैं.
72 घंटे तक ताबड़तोड़ दौरे
72 घंटे के भीतर करीब दो दर्जन मंत्री काशी आ रहे हैं. हर नेता अपने प्रभाव और समर्थकों के जरिए प्रधानमंत्री के लिए प्रचार कर रहा है. रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर बनारस में थे. उन्होंने कांची कामकोटि मंदिर में तमिल समाज के लोगों के साथ बैठक की. केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल घर-घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं. आज केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल काशी के व्यापारियों से मिलने वाले हैं.
इसके अलावा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एमपी के सीएम मोहन यादव रैली कर रहे हैं. भाजपा के 300 से ज्यादा पदाधिकारी और पूर्व पदाधिकारी अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में पीएम मोदी के लिए प्रचार कर रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह पीएम के नामांकन के बाद काशी में तीन कार्यक्रम कर चुके हैं. जेपी नड्डा ने 15 दिन में दो बार बनारस का दौरा किया है.
काशी को संदेश देने की जरूरत नहीं…
इधर, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि मुझे वाराणसी को कोई संदेश देने की जरूरत नहीं है, वाराणसी ही पूरे देश को मैसेज दे रहा है कि 4 जून को प्रचंड बहुमत के साथ तीसरी बार मोदी सरकार बनेगी और हम 400 का आंकड़ा पार करेंगे. वाराणसी का योगदान और लीडरशिप पूरे देश में दिखाई देगी. उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि लोग इस बात को समझते हैं कि पिछले 10 वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का जो सम्मान बढ़ा है, वह पीएम मोदी के नेतृत्व के कारण हुआ है. ये सचमुच देश के लिए गर्व का विषय है. वे जानते हैं कि अगर उनके बच्चे यूक्रेन में फंसे हों या अन्य देशों का कोई दबाव है, या सीमा पर कुछ चुनौतियां हैं, तो आज मोदी सरकार भारत के साथ राष्ट्रीय हित का सबसे पहले ध्यान रखती है और मानव कल्याण के लिए भी काम करती है.’