इसराइल के साथ तनाव के बीच ईरान ने पाकिस्तान के साथ किया समझौता
नाराज़ हुआ अमेरिका

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में ईरान के राष्ट्रपति की यात्रा तो हो गई, लेकिन जिस दस अरब डॉलर के व्यापारिक संबंधों की उम्मीद इस्लामाबाद ने तेहरान से लगाई थी उस पर पानी फिर गया। दरअसल ईरान की खुफिया एजेंसियों के दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि जब इस्राइल ने दमिश्क के भीतर उनके दूतावास पर हमला किया, तो पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन-जैश-अल-अदल ने ईरान के कुछ इलाकों में हमले कर उनके सैन्य कर्मियों की हत्या कर दी।
चौंकाने वाली रिपोर्ट यह है कि इस हमले में जिन हथियारों का इस्तेमाल हुआ था, वह पाकिस्तान की सेना इस्तेमाल करती है। यही नहीं रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि ईरान के खिलाफ पाकिस्तान की सेना के हथियार आतंकी संगठनों को लगातार मुहैया कराए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक ईरानी खुफिया एजेंसियों के ऐसे खुलासे से पाकिस्तान और ईरान के बीच 10 अरब डालर तक के व्यापारिक संधि की उम्मीद पर पानी फिर गया है।
ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहिम रईसी तीन दिवसीय पाकिस्तान के दौरे पर थे, जो बुधवार को खत्म हो गया। इस दौरे में पाकिस्तान ने ईरान के साथ अपने व्यापारिक समझौता को बढ़ाने के लिए मुक्त व्यापार और ओपन बॉर्डर की वकालत करते हुए ईरान को रिझाने का नाटक किया।
ईरान के राष्ट्रपति ने अमेरिका की चिंता को भी उजागर किया और उसकी प्रतिक्रिया के बारे में चर्चा की। इस दौरे में पाकिस्तान और ईरान के बीच कितना है व्यापार और व्यापारिक समझौता भी हो रहा है।
ईरान के राष्ट्रपति का इस दौरे का मकसद दोनों मुल्कों के बीच सहयोग और व्यापार को बढ़ावा देना था। उन्होंने पाकिस्तान और ईरान के बीच के मोहल्ले और चुनौतियों पर भी बातचीत की।
इस दौरे से साफ हो रहा है कि ईरान बिना किसी दबाव के अपनी नीति और हितों की रक्षा करने के लिए तैयार है। यह दौरा पाकिस्तान और ईरान के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।