OLA के लाखों कैब ड्राइवरों को अब किराये पर नहीं देना होगा कमीशन
कैब ड्राइवर अपनी योजना बिना किसी कटौती या लिमिट के पूरा किराया भी रख सकते

नई दिल्ली : ऑनलाइन कैब सर्विस देने वाली कंपनी ओला ने मंगलवार को देश के लाखों कैब ड्राइवरों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी की घोषणा की। ओला ने कहा कि वे कैब ड्राइवरों से अब किसी तरह का कोई कमीशन नहीं लेगा। ओला के इस फैसले से कंपनी के साथ जुड़े 10 लाख से ज्यादा ड्राइवर अब किसी भी राइड से मिले पूरे पैसे अपने पास रख सकेंगे, अब उन्हें कंपनी को किसी तरह का कोई कमीशन देने की जरूरत नहीं होगी। कंपनी के इस फैसले से ओला कैब ड्राइवरों के कमाई में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी।
क्या है ओला का जीरो कमीशन मॉडल?
ओला का 0% कमीशन मॉडल एक बिजनेस स्ट्रैटेजी है, जिसमें कंपनी अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने के लिए पहले ड्राइवरों से हर एक राइड पर कुछ कमीशन (15 से 30% तक) चार्ज करती थी। उदाहरण के लिए किसी राइड का किराया 500 रुपये है और ओला का कमीशन 20% है तो ड्राइवर को 400 रुपये मिलते थे और 100 रुपये ओला कंपनी लेती थी। हालांकि, अब उनसे कोई कमीशन नहीं लिया जाएगा। यानी अब ड्राइवर अपनी मर्जी से बिना किसी कटौती के पूरा किराया रख सकते हैं। बता दें कि ओला के इस फैसले का फायदा देशभर के 10 लाख से ज्यादा कैब ड्राइवरों को होगा।
कमीशन की जगह होगी ये व्यवस्था
ओला कंपनी 0% कमीशन मॉडल के तहत अब हर राइड पर ड्राइवर से कोई कमीशन नहीं लेगी। लेकिन अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने के एवज में उनसे फीस के तौर पर एक फिस्क्ड अमाउंट या सब्सक्रिप्शन फीस चार्ज करेगी। ओला द्वारा चार्ज किया जाने वाला फिक्स अमाउंट डेली, वीकली या फिर हर एक राइड के आधार पर हो सकता है।
ट्रांसपोर्ट सिस्टम की रीढ़ हैं कैब ड्राइवर
ओला कंज्यूमर के प्रवक्ता के मुताबिक, कैब ड्राइवरों का कमीशन हटाने से उनकी कमाई में इजाफा होगा और उनके अधिकार भी बढ़ेंगे। ड्राइवर पार्टनर्स ट्रांसपोर्ट सिस्टम की रीढ़ हैं। उन्हें अपनी कमाई पर पूरा कंट्रोल देने से देशभर में एक मजबूत और टिकाऊ बिजनेस नेटवर्क बनाने में मदद मिलेगी। ओला का कहना है कि ड्राइवर्स को उनकी कमाई पर पूरा हक मिलना चाहिए। इससे वे ज्यादा उत्साह के साथ काम करेंगे।
नए फैसले पर क्या बोली कंपनी
ओला कंज्यूमर के प्रवक्ता ने कहा, “पूरे भारत में 0 प्रतिशत कमीशन मॉडल की शुरुआत सवारी सेवा व्यवसायों में एक मौलिक बदलाव को दर्शाती है। कमीशन हटाने से पार्टनर ड्राइवर को बहुत ज्यादा स्वामित्व और मौका मिलता है।” प्रवक्ता ने पार्टनर ड्राइवर को परिवहन परिवेश की रीढ़ बताते हुए कहा, “उन्हें अपनी कमाई पर पूरा कंट्रोल देने से देश भर में एक ज्यादा लचीला और टिकाऊ सवारी कारोबार नेटवर्क बनाने में मदद मिलेगी।”
सबसे पहले ऑटो ड्राइवरों के लिए लागू हुआ था नया मॉडल
ओला ने कहा कि नए कमीशन मॉडल को अलग-अलग चरणों में लागू किया गया, जिसकी शुरुआत ओला ऑटो से हुई और फिर ओला बाइक्स और ओला कैब्स में ये लागू हुआ। इसके साथ ही ओला ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि ड्राइवर की पृष्ठभूमि की जांच, वाहन की गुणवत्ता के स्टैंडर्ड और ऐप पर आपातकालीन सुविधाओं सहित अन्य कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है।