ईरान कभी भी दबाव में बातचीत नहीं करता:खामनेई

तेहरान : इजरायल और ईरान के बीच पिछले कुछ दिनों से युद्ध जारी है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान देते हुए कहा था कि ईरान ने बातचीत के लिए हाथ बढ़ाया है। हालांकि ईरान ने इन दावों का खंडन किया है। ईरान द्वारा संयुक्त राष्ट्र में जारी किए गए बयान में कहा गया है कि कोई भी ईरानी अधिकारी व्हाइट हाउस की चौखट पर नहीं गया है। बयान में आगे ईरान ने कहा कि ईरान कभी भी दबाव में बातचीत नहीं करता और न ही धमकी के साए में शांति स्वीकार करता है। ईरान ने ट्रंप को कायरता भरा और झूठा करार देते हुए उन्हें एक थका हुआ और युद्ध भड़काने वाला इंसान बताया है।

ट्रंप के बयान पर ईरान का पलटवार
ईरान ने कहा कि वो हर धमकी का जवाब देगा और हर कार्रवाई का जवाब उचित तरीके से दिया जाएगा। बता दें कि इससे पहले ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामनेई ने ईरान की जनता को आज संबोधित करते हुए कहा, “अमेरिकियों को यह जान लेना चाहिए कि ईरानी राष्ट्र आत्मसमर्पण नहीं करेगा और उनके द्वारा किया गया कोई भी सैन्य हस्तक्षेप निस्संदेह उन्हें अपूरणीय क्षति पहुंचाएगा।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ईरानी राष्ट्र थोपे गए युद्ध के खिलाफ दृढ़ रहेगा और यह राष्ट्र किसी के भी सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगा। ईरान अपने क्षेत्र पर किसी भी हमले को अनदेखा नहीं करेगा और सशस्त्र बल हाई अलर्ट पर हैं।

ट्रंप ने ईरान को सरेंडर करने को कहा
खामनेई ने आगे कहा कि ईरान न तो अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने के लिए जायोनी इकाई (यहूदियों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द) को माफ करेगा और ना ही अपने शहीदों के खून को भूलेगा। जायोनी इकाई ने एक गंभीर गलती की है और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। हमारे सशस्त्र बल मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार हैं, जिन्हें अधिकारियों और पूरे राष्ट्र का समर्थन प्राप्त है। बता दें कि ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगातार बयान दिया जा रहा है। इसी कड़ी में ट्रंप ने ईरान को बिना शर्त सरेंडर करने को कहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button