लोकसभा चुनाव का बज गया बिगुल

19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव, 4 जून को परि

नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा चुनाव की तारीखों की आज घोषणा हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इस बार के लोकसभा चुनाव 7 चरणों में कराए जाएंगे। उन्होंने ये भी बताया कि आम चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इसके अलावा पोलिंग बूथों पर सख्त सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पिछली बार की तरह ही इस बार भी सात चरणों में मतदान होगा. चुनाव आयोग की घोषणा के मुताबिक 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होगा, इसमें 102 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 89 लोकसभा की सीटों पर मतदान होगा. 7 मई को तीसरे चरण में 94 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. 13 जून को चौथे चरण में 96 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा, पांचवां चरण 20 मई को होगा, इस दिन 49 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा, 25 मई को छठे चरण में 57 और 1 जून को सातवें चरण में भी 57 सीटों पर वोटिंग होगी.
प्रेस कांफ्रेंस कर साफ शब्दों में कहा कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव में धन-बल पर कड़ी नजर रखी जाएगी. चुनाव पूरी तरह से हिंसा मुक्त हो, आयोग की टीम ने इसकी तैयारी की है.

4 राज्यों में विधानसभा चुनाव
आम चुनाव के साथ 4 राज्यों में विधानसभा (Vidhansabha Election dates) चुनाव भी होंगे। आंध्र प्रदेश में 13 मई को चुनाव होंगे। सिक्किम और अरुणाचल में 19 अप्रैल को वोटिंग। ओडिशा में मतदान 13 मई से 4 चरणों में होंगे।

26 विधानसभाओं में होंगे उपचुनाव
हरियाणा, हिमाचल, झारखंड और यूपी समेत 26 विधानसभाओं में उपचुनाव होंगे।

चुनाव आयुक्त की बड़ी बातें…
लोकसभा का कार्यकाल 16 जून तक है।
अब पार्टियों को अपने उम्मीदवार का क्रिमिनल रिकॉर्ड बताना होगा। इसी के साथ यह भी बताना होगा कि उस उम्मीदवार को क्यों टिकट दिया गया और क्षेत्र से किसी और व्यक्ति को टिकट क्यों नहीं दिया गया।
इस बार 85 साल से ऊपर के वोटर घर से वोट दे सकते हैं।
चुनाव आयुक्त ने बताया कि महिला वोटर्स की संख्या में इजाफा हुआ है।
कई क्षेत्रों में तो महिला वोटर्स की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। वहीं, इस बार 85 लाख 85 लाख फर्स्ट टाइम महिला वोटर्स होंगे।

देश में बढ़ रहे हैं युवा और महिला मतदाता-EC
मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए देश भर में 10.5 लाख वोटिंग सेंटर बनाए गए हैं. 55 लाख EVM से वोट डाले जाएंगे. उन्होंने बताया कि देश में करीब 97 करोड़ मतदाता हैं जिनमें इस बार 1.82 करोड़ नये वोटर्स पहली बार मतदान करेंगे. इनमें 85 लाख महिला मतदाता हैं. कुल मतदाताओं में 49.7 करोड़ पुरुष मतदाता हैं जबकि 47.1 करोड़ महिला मतदाताओं की संख्या है. इनके अलावा 2 लाख 18 हजार ऐसे मतदाता हैं, जिनकी उम्र 100 साल से ऊपर है जबकि 82 लाख 85 साल के ऊपर के मतदाता हैं.

बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था होगी
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बात मतदान को पहले अधिक बेहतर और सुविधासंपन्न बनाने के लिए कई इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि 85 साल के ऊपर के मतदाताओं को बूथ पर आने की जरूरत नहीं होगी. उन्हें घर से मतदान करने की सुविधा दी जाएगी. उन्होंने बताया कि नामांकन से पहले सभी मतदाताओं के पास 12-डी फॉर्म भेजे जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास इस लोकतंत्र के पर्व में अधिक से अधिक भागीदारी कराना है.

चार चुनौतियों से निपटने के लिए आयोग तैयार
मुख्य चुनाव आयोग ने कहा कि देश भर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए कड़े इंतजाम किये गये हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव में हर हाल में हिंसा को रोकना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे सामने चार प्रकार की चुनौतियां हैं, मसल्स, मनी, मिस इंफॉर्मेशन और एमसीसी यानी मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट, इनसे निपटने की व्यवस्था की गई है. राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव में धन बल पर कड़ी निगाह होगी. सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन से नजर रखी जाएगी.

राजनीतिक दलों को आयोग का सख्त दिशा-निर्देश
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि आज से मतदान तक सोशल मीडिया पर अफवाह या फेक न्यूज़ फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने नेताओं से कहा कि चुनावी अभियान में नफरती भाषण न दें. कैंपेन में धार्मिक, जातीय टीका टिप्पणी ना करें. भ्रामक विज्ञापन देने और रेड लाइन का उल्लंघन करने से बचें. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल प्रचार अभियान में बच्चों का इस्तेमाल ना करें. स्टार प्रचारकों को गाइडलाइन की कॉपी दें.

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