मक्खन पर नहीं, पत्थर पर लकीर खींचने आया हूं

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में पीएम मोदी ने ये बातें कहीं

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव का शेड्यूल सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना विजन बताया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत हमारा लक्ष्य है। देश तेज गति से विकास करता रहेगा। मैं 2024 या 2029 नहीं, 2047 के लिए लगा हुआ हूं। सामान्य व्यक्ति के लिए काम कर रहा हूं। मैं हेडलाइंस पर नहीं बल्कि डेडलाइन पर काम करता हूं। पीएम मोदी ने ये बातें इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कहीं। उन्होंने कहा कि मेरा विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य है। भारत में स्टार्टअप क्रांति आ चुकी है। डिजिटल क्रांति में रेहड़ी वाले चेहरा बने।

‘मैं मक्खन पर नहीं, पत्थर पर लकीर खींचने आया हूं’
पीएम मोदी ने कहा कि मैं मक्खन पर नहीं, पत्थर पर लकीर खींचने आया हूं, नई पीढ़ी को समृद्ध हिंदुस्तान देना चाहता हूं। हमारी सरकार में भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की नीति अपनाई गई है। जांच एजेंसियां पूरी तरह स्वतंत्र हैं। कुल लोग मोदी को दिन रात गाली देते रहते हैं। ऐसे लोगों को देश ‘सो सॉरी’ कह रहा। आने वाले 5 साल में आप निर्णायक नीतियां बनते और निर्णायक फैसले लेते हुए देखेंगे। अगले 5 साल में देश सकारात्मक विकास देखेगा। सपनों से आगे संकल्प लेकर चल रहा हूं। संकल्पों की सिद्धि के लिए काम जारी है। भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनेगा।

मैंने खुद सामान्य व्यक्ति का जीवन जिया- पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि पहले आम जनता परेशान रहती थी। मैंने खुद सामान्य व्यक्ति का जीवन जिया है। उनकी समस्याओं को समझा। हमारी सरकार ने उनके लिए जरूरी कदम उठाए। पूरे देश में 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र से थे आज करीब सवा 500 पासपोर्ट सेवा केंद्र हैं। पासपोर्ट बनाना आसान हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि आयकर रिटर्न का समय अब 10 दिन से भी कम है। पहले इनकम टैक्स रिटर्न में बहुत टाइम लगता था। आज के समय में टोल प्लाजा पर 30-40 सेकंड लगते हैं। न्याय मिलना तेजी से संभव हुआ।

पीएम मोदी बोले- हमने गांवों पर फोकस किया
पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव तो आते हैं जाते हैं लेकिन जिम्मेदारियां होती हैं। सबसे ज्यादा बार मैं नॉर्थ ईस्ट गया। हमने नॉर्थ ईस्ट का सबसे ज्यादा दौरा किया। करीब 700 बार मंत्री नॉर्थ ईस्ट गए। मंत्रियों को गांवों में रुकने का निर्देश दिया। गांवों में हेल्थ क्रांति जरूरी है। हमने गांवों के विकास पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे मंत्री आम लोगों से मिलते रहते हैं। कुछ लोग अभी भी गैरेज में जाकर टायर ठीक करते रहते हैं अब वो जमाना चला गया है। सरकार का फोकस स्पष्ट है।

‘पहले की सरकार में ईज ऑफ लिविंग का कॉन्सेप्ट ही नहीं था’
पीएम मोदी ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कहा कि कोविड के दौरान वैक्सीन का तो सभी को पता है। हमने तो जानवरों के टीके के लिए 15 हजार करोड़ रुपये दिए। हमारा फोकस वन अर्थ, वन हेल्थ पर है। मछली उत्पादन आज दो गुना हो गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि दो लाख नए गोदाम बनेंगे। अकसर अनाज के बारिश में भीगकर खराब होने की खबरें आती रहती हैं। हालांकि, अब ऐसा नहीं हो इसके लिए नए गोदाम बनाए जाएंगे। जहां किसान अपने अनाज रख सकते हैं। गोदाम बनने से अन्न की बर्बादी नहीं होगी। पहले की सरकारों में ईज ऑफ डूइंग जैसे शब्द ही नहीं सुने होंगे। ईज ऑफ लिविंग का कॉन्सेप्ट ही नहीं था। हमने जैसे ही ईज ऑफ डूइंग शुरू किया सिस्टम में बदलाव आने लगा।

‘हमने डेढ़ हजार पुराने कानून खत्म किए’
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में पीएम मोदी ने कहा कि हमने डेढ़ हजार से ज्यादा पुराने कानून खत्म किए। हमारी प्लान सीधा है सरकार का दबाव भी नहीं और अभाव भी नहीं। किसी भी सामान्य व्यक्ति को ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ें। 40 हजार से ज्यादा नियमों को आसान बनाया। पहले दो लाख रुपये की सालाना इनकम पर टैक्स लगता था। आज 7 लाख की सालाना इनकम पर टैक्स नहीं लगता।

आज आम लोगों के पैसे बच रहे- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज के दौर में आम लोगों के पैसे बच रहे हैं। रेल टिकट पर साढ़े चार लाख करोड़ का डिस्काउंट दिया गया। स्वच्छता अभियान से गरीबों के पैसे बचे। गरीबों का 60 हजार करोड़ बचा। डायरेक्ट टैक्स से ढाई लाख करोड़ रुपये बचे हैं। जन औषधि केंद्र से लोगों के पैसे बचे हैं। आज कई सरकारी काम ऑनलाइन हो गया है। 10 साल पहले मोबाइल डेटा 250 रुपये प्रति जीबी होता था। आज मोबाइल डेटा से भी लोगों के पैसे बच रहा। मोबाइल डेटा बहुत सस्ता हुआ।

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