गर्मी से बुरा हाल, बाड़मेर में अधिकतम पारा 48 डिग्री पार
गर्म हवा बेजुबानों के लिए जानलेवा, डूंगरपुर में 300 चमगादड़ों की मौत

जैसलमेर(राजस्थान): राजस्थान ने बुधवार को गर्मी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। धोरों की धरती बाड़मेर में दिन का अधिकतम तापमान 48 डिग्री पहुंच गया। इसके अलावा प्रदेश के पांच अन्य शहरों में दिन का पारा 47 डिग्री के पार रहा। सूरज आग उगल रहा है। सड़कें भट्ठी की तरह तपने लगी हैं।
भले ही मौसम विभाग का बुलेटिन तापमान 50 डिग्री के नीचे बता रहा है, लेकिन हीट सेंसर्स में तो पारा 50 डिग्री के पार जा चुका है। यानी जो गर्मी महसूस हो रही है वो 50 डिग्री से ज्यादा है। मंगलवार को जहां पिलानी का सबसे गर्म शहर था। वहीं, बुधवार को जैसलमेर में 47.2, चूरू में 47.4, जालौर में 47.2, फतेहपुर में 47.6 और वनस्थली में 47.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
राजधानी जयपुर में अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजस्थान में माउंट आबू को छोड़कर शेष सभी वेदर स्टेशन्स पर तापमान 44 से 48 डिग्री के बीच ही रहा।
सड़कों पर पानी का किया छिड़काव
बुधवार (22 मई) को सुबह से सूर्य भगवान ने आग उगलना शुरू कर दिया था भयंकर उमस गर्मी और दोपहर होते होते तेज गर्म हवा से पारा 48 डिग्री तक पहुंच गया लोगों के घरों में लगे एसी कूलर तक ने काम करना बंद कर दिया सड़के तंदूर की तरह तपने लगी जिसके बाद नगर परिषद बाड़मेर ने फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के जरिए पानी की बौछारों से छिड़काव कर गर्मी से कुछ राहत पहुंचाने की कोशिश की लेकिन जिस तरह की आग आसमान से बरस रही थी. इसके ऐसे में हर उपाय नाकाम नजर आ रहा है.
चिकित्सा विभाग की तैयारी
भीषण गर्मी और हीट वेव की चेतावनी के बाद चिकित्सा विभाग जयपुर ने सभी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी है. और हीट स्ट्रोक जैसी आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाई एवं बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे जिसके बाद बाड़मेर के सबसे बड़े अस्पताल राजकीय मेडिकल अस्पताल में गर्मी से प्रभावित मरीज के लिए एक अतिरिक्त वार्ड रिज़र्व कर पर्याप्त मात्रा में दवाइयां की उपलब्धता सुनिश्चित करवाई गई ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सकें.
आपको बता दे की 16 मई से प्रदेश में हीट वेव की दूसरी लहर शुरू हो गई है मौसम विभाग में इस हीट वेव के एक सप्ताह तक जारी होने की चेतावनी जारी की थी और आज से 48 घंटे में तापमान में 2 से 3 डिग्री तक बढ़ोतरी होने की संभावना जताई थी जिसका असर आज पहले ही दिन देखने को मिला जब तापमान यहां पर 48 डिग्री के पार हो गया.
भीषण गर्मी और लू ने निकाला चमगादड़ों का दम
उदयपुर के मेवाड़ में भीषण गर्मी और तन बदन को झुलसाती लू के चलते डूंगरपुर शहर में करीब 300 बेजुबान चमगादड़ों की मौत हो गई। शहर में स्थित राजकीय पुस्तकालय के पास तथा महारावल स्कूल के पीछे नगरपालिका गार्डन में पुराने पेड़ों पर इन चमगादड़ों का आशियाना है। शिशु और मध्यम आकार वाले अधिकांश चमगादड़ लू के थपेड़े नहीं सह पाए।
जैसा कि ज्ञात है कि चमगादड़ अपने स्वभाव के मुताबिक पेड़ों की डालियों पर उलटे लटकते हैं। बीते दो दिनों में कई चमगादड़ उलटे लटके अवस्था में मृत्यु को प्राप्त हो गए। कई चमगादड़ मरने के बाद पार्क की जमीन पर गिर पड़े। बुधवार सुबह सफाईकर्मियों को बदबू आने पर बड़ी संख्या में चमगादड़ मरने का पता चला। अब बड़े चमगादड़ ही जीवित बचे हैं, जिनकी लू सहने की क्षमता शिशुओं से अधिक है। मृत चमगादड़ों के शरीर से उठ रही दुर्गन्ध के कारण आसपास का इलाका दूषित हो गया है लिहाजा नगर परिषद ने इनको जमीन में गड़वाने के आदेश जारी किए हैं। मालूम हो कि मेवाड़ बागड़ अंचलों में इन दिनों सर्वाधिक गर्मी 46 डिग्री डूंगरपुर में मापी गई।