हरिद्वार में सत्यापन के दौरान एक बांग्लादेशी महिला गिरफ्तार

2018 में अवैध रूप से भारत आकर फर्जी आधार कार्ड बनवाए

हरिद्वार : साल 2018 में अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई बांग्लादेशी महिला हरिद्वार में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बरती जा रही सतर्कता के चलते पुलिस व खुफिया विभाग के हाथ आ गई। पूछताछ में महिला के बेटे सहित भारत में आने से लेकर आधार कार्ड, पैन कार्ड बनवाने तक की जानकारियों का राजफाश होने पर पुलिस भी हैरान रह गई।

शुरुआती पड़ताल में ही रुबीना और उसके पति संतोश दूबे के कारनामों का काला चिट्ठा पुलिस ने उजागर कर दिया। एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर जिले में इन दिनों वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर पुलिस और खुफिया विभाग की टीमें इन दिनों सघन सत्यापन कर रही हैं। एलआइयू की एक टीम रोड़ीबेलवाला में सत्यापन कर रही थी।

एक झोपड़ी में पति-पत्नी और दो बच्चों को देख टीम ने उनसे पूछताछ की। महिला ने अपना नाम रूबी देवी और उसके पति ने नाम संतोष दूबे बताया। मूल पते की जानकारी लेने पर दोनों ने ही ग्राम बमरोली थाना बिलसंडा जनपद पीलीभीत बताया। लेकिन, बातचीत में महिला की भाषा कुछ अलग महसूस हुई। टीम ने अपने अधिकारियों और शहर कोतवाली की पुलिस को बुलाकर सख्ती से पूछताछ की।

तब महिला व उसके पति ने पूरी कहानी बताई। सीओ सिटी शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि महिला से मूल आधार कार्ड के साथ ही एक आधार कार्ड की प्रतिलिपि भी बरामद हुई। दोनों में नंबर एक जैसे हैं, लेकिन मूल आधार में पति का नाम संतोष दूबे दर्ज है। जबकि प्रतिलिपि में पति के बजाय पिता का नाम अब्दुल कासिम निवासी ब्रहमपुरी हरिद्वार अंकित होना पाया गया।

पूछताछ में संतोष प्रसाद दूबे ने बताया कि यह आधार कार्ड उसने फर्जी तरीके से बनवाए थे। वहीं, पैनकार्ड की छायाप्रति में महिला का नाम रूबी देवी पिता का नाम श्रीकांत निवासी हरिद्वार दर्ज पाया गया। महिला के साथ ही आरोपित संतोष ने उसके बेटे का आधार कार्ड भी बनवाया हुआ था। जिसमें पिता का नाम संतोष दूबे दर्ज कराया हुआ था। महिला व उसका बेटा बांग्लादेशी मूल के निवासी हैं, यह जानकारी होने के बावजूद धोखाधड़ी करते हुए भारतीय दस्तावेज बनवाने में मदद करने की धाराएं संतोष पर लगाई गई हैं।

हरिद्वार: महिला से पूछताछ और झोपड़ी की तलाशी लेने पर रूबिना के पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ। महिला ने बताया कि मोबाइल पर इमो एप्लीकेशन पर वह बांग्लादेश में अपने भाई व पिता से बात करती थी। बांग्लादेश निवासी उसके भाई काजोल रोटोन का नाम इमो पर एमडी काजोल रोटोन और पिता का नाम मेजान है।

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