फेमस यूट्यूबर मनीष कश्यप बीजेपी में शामिल

नई दिल्ली: बिहार में चल रही सियासी अटकलों के बीच यूट्यूबर मनीष कश्यप ने भाजपा ज्वॉइन कर ली है। वह अपनी मां के साथ दिल्ली पहुंचे थे जहां उन्होंने भाजपा कार्यालय में मनोज तिवारी और संजय मयूख के सामने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
उन्होंने 25 अप्रैल 2024 भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाकर पार्टी का दामन थामा। इस दौरान दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और भोजपुरी एक्टर मनोज तिवारी ने मंच पर पार्टी का पटका पहनाकर उनका स्वागत किया। बता दें कि मनीष कश्यर ने पहले पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। हालांकि अब उन्होंने चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया है।
मनोज तिवारी ने क्या कहा
बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी के कार्यों और विकास मॉडल से प्रभावित होकर मनीष ने बीजेपी का दामन थामा है। मनोज ने आगे कहा कि मनीष ने अपने करियर में लोगों के मुद्दों को उठाया है और मोदी जी का समर्थन भी किया है। गैर-बीजेपी सरकारों ने मनीष को परेशान किया, लेकिन बीजेपी ने हर मुश्किल घड़ी में उनका साथ दिया।
सांसद मनोज तिवारी ने बताया कि वे हर हाल में मनीष और उनके परिवार के साथ खड़े रहे। जब मनीष 9 महीने तक जेल में रहे तो भी वे उनके परिवार से मिलते रहे। उन्होंने कहा कि बीजेपी समाज की बात उठाने वाले लोगों के साथ है। मनीष ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला तो कर लिया था, लेकिन अब वे बीजेपी के साथ आ गए हैं।
मनीष कश्यप की गिरफ्तारी? करीब 9 महीने जेल में रहे कश्यप
दरअसल, दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट का कथित वीडियो मनीष कश्यप ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल से शेयर किया था, जो काफी वायरल हुआ था। यह वीडियो बनाकर वो कानून के जाल में बुरी तरह फंस गए। वीडियो वायरल होने के बाद तमिलनाडु पुलिस ने इसे भ्रामक बताया था। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की थी। इसके अलावा बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने भी इसी मामले को लेकर मनीष कश्यप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।
जब पुलिस ने दबिश दी तो मनीष कश्यप अंडरग्राउंड हो गए। जब बेतिया पुलिस ने मनीष के घर की कुर्की शुरू की तो स्थानीय थाने में सरेंडर कर दिया था। EOU टीम ने केस अपने कब्जे में लेकर मनीष से पूछताछ की और जेल भेज दिया। तमिलनाडु पुलिस की टीम पटना पहुंची और 30 मार्च 2023 को ट्रांजिट रिमांड पर तमिलनाडु पुलिस अपने साथ ले गई थी। उसके बाद करीब नौ महीने तक मनीष कश्यप जेल में रहे।