आंध्र प्रदेश में चिरंजीवी का NDA को समर्थन का ऐलान

विशाखापट्टनम(आंध्र प्रदेश): आंध्र प्रदेश में राजनीति से जुड़ा बड़ा घटनाक्रम सामने आया है. यहां विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुवाई वाली एनडीए को बढ़ावा देने के लिए मेगास्टार चिरंजीवी ने टीडीपी-जनसेना-भाजपा गठबंधन को अपना समर्थन दिया है.
पूर्व कांग्रेस सांसद और केंद्रीय मंत्री चिरंजीवी ने 2014 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद से खुद को राजनीति से दूर कर लिया था. राजनीतिक एक्सपर्ट का मानना है कि चुनाव से ठीक पहले उनका एनडीए को समर्थन देना गठबंधन के लिए फायदेमंद हो सकता है.
आंध्र प्रदेश में एनडीए को बढ़ावा देने के लिए मेगास्टार चिरंजीवी ने टीडीपी-जनसेना-भाजपा गठबंधन को अपना समर्थन दिया है। पूर्व कांग्रेस सांसद और केंद्रीय मंत्री चिरंजीवी ने 2014 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद से खुद को राजनीति से दूर कर लिया था। pic.twitter.com/H7I6O7qLnp
BJP को इस तरह हो सकता है फायदा
यूपीए-2 में मंत्री रहे चिरंजीवी आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद राजनीति में निष्क्रिय थे. इनके भाई और लोकप्रिय स्टार पवन कल्याण और उनकी पार्टी जनसेना एनडीए गठबंधन का पहले से हिस्सा है. चिरंजीवी कापू जाति से आते हैं जो आंध्र की पिछड़ी जाती है और इनका क़रीब 15% वोट प्रतिशत है. अगर यह वोट एनडीए गठबंधन को मिलता है तो न सिर्फ विधानसभा चुनाव में बल्कि लोकसभा चुनाव में भी बड़ा उलटफेर हो सकता है. इससे सबसे ज्यादा फायदा बीजेपी को ही होगा. वह खुद को साउथ में स्थापित करना चाहती है.
2008 में बनाई थी अपनी पार्टी
चिरंजीवी ने 2008 में प्रजा राज्यम पार्टी बनायी थी, 2009 के विधानसभा चुनाव में 18 (294 सीटों में ) सीट भी जीत ली थीं. माना जाता है की PRP की वजह से ही 2009 में TDP को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था और दिवंगत नेता राजशेखर रेड्डी के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार की दोबारा सत्ता में वापस हुई थी. साल 2011 में चिरंजीवी ने पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया था. उसके बाद ये यूपीए-2 में केंद्र सरकार में मंत्री बने थे.
आंध्र प्रदेश विधानसभा में 13 मई को मतदान
आंध्र प्रदेश विधानसभा की 175 सीटों के लिए 13 मई को मतदान होगा. 18 अप्रैल 2024 को इसके लिए नोटिफिकेशन जारी होगा. नामांकन की आखिरी तारीख 25 अप्रैल 2024 है, जबकि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल 2024 है. 4 जून 2024 को लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव के नतीजे भी घोषित किए जाएंगे.