शरीर की प्रकृति के हिसाब से सेवन करें मिलेट्स

वात, पित और कफ दोष में कौने-से Millets खाना सही होता है?

मिलेट्स यानी मोटे अनाज विटामिन, मिनरल्स, फाइबर, आयरन, प्रोटीन समेत कई पोषक तत्वों से भरपूर और ग्‍लूटन-फ्री होते हैं, जो कई तरह से फायदेमंद माने जाते हैं. इन्हें खाने से डाइबिटीज कंट्रोल रहती है, वजन कम, एनर्जी बढ़ती है. इतना ही नहीं हार्ट को हेल्दी बनाने में भी काफी मददगार हो सकते हैं. ज्वार, बाजरा, रागी मिलेट्स में ही आते हैं.

एक्सपर्ट्स भी मिलेट्स को काफी अच्छा मानते हैं. इसे डाइट में रखने की सलाह देते हैं. हालांकि, किसी भी मिलेट्स को कभी भी नहीं खा सकते हैं. गर्मी में खासतौर पर अपनी डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है. तो अगर आप गर्मी में सेहतमंद रहने के लिए मिलेट्स खा रहे हैं तो ये जानना भी जरूरी है कि कुछ ब्रेकफास्ट तो कुछ लंच में ज्यादा फायदेमंद होते हैं. आइए जानते हैं कौन सा मिलेट्स कब खाना चाहिए…

ब्रेकफास्ट
एक्सपर्ट्स के अनुसार, सुबह जब नाश्ता करें बाजरा, जिसे रागी भी कहते हैं, खाना सबसे बेस्ट होता है. ये कैल्शियम, आयरन और फाइबर से भरपूर होता है. इन्हें खाने से शरीर की एनर्जी मेंटेन रहती है, वजन भी कंट्रोल में रहता है. फाइबर की मौजूदगी की वजह से ये पेट को लंबे समय तक भरा भी रखते हैं.

लंच के लिए बेस्ट मिलेट्स
दोपहर के लंच के लिए बाजरा खाना अच्छा होता है. ये ग्लूटेन फ्री और प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं. इनमें अमीनो एसिड भी ज्यादा पाया जाता है. लंच में बाजरे की रोटी, खिचड़ी खाना अच्छा ऑप्शन होता है. इससे भूख शांत रहती है और ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है.

स्वस्थ रहने के लिए आजकल डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट लोगों को मिलेट्स खाने की सलाह देते हैं। गौरतलब है कि भारत सरकार भी हेल्दी मिलेट्स की दुनियाभर में प्रचार कर रही है। इसी वजह से लोग मिलेट्स को लेकर जागरुक हो रहे हैं और डाइट में मिलेट्स जरुर शामिल करें। इसके सेवन से शरीर को विटामिन, खनिज और फाइबर अच्छी मात्रा मे मिलते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, शरीर की प्रकृति के अनुसार मिलेट्स यानी मोटे अनाज का सेवन करें।

वात प्रकृति में कौन-सा मिलेट खाएं?
डॉक्टर के मुताबिक, जिन लोगों के शरीर में वात प्रकृति होती है या जिन्हें ज्यादा ठंड लगती है उन सभी लोगों को अपनी डाइट में बाजरा शामिल करना चाहिए। क्योंकि बाजरा गर्म तासीर का मिलेट है, जिससे आपके शरीर में वात दोष कंट्रोल हो सकता है। बाजरा ग्लूटन फ्री होता है और वेटलॉस में काफी फायदेमंद होता है। इसके अलावा डायबिटीज भी कम हो सकती है।

पित्त प्रकृति में कौन-सा मिलेट खाएं?
जिन लोगो के शरीर में पित्त प्रकृति होती है या जिनके शरीर में बेहद गर्मी होती है उन्हें ज्वार का सेवन करना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि ज्वार की तासीर काफी ठंडी होती है। ज्वार के सेवन से शरीर पित्त को शांत करता है और वात को बढ़ाता है। वहीं इसके सेवन से कई पोषक तत्व हैं, जैसे फॉस्फोरस, आयरन और पोटेशियम आदि। इसमें विटामिन बी-कॉम्पलेक्स और प्रोटीन भी पाया जाता है।

कफ प्रकृति में कौन-सा मिलेट खाना सबसे बेहतर हैं
रागी का सेवन तीनों यानी कफ, वात और पित्त प्रकृति के लोग कर सकते हैं। क्योंकि इसकी तासीर न ठंड़ी होती है और न ही गर्म होती है। रागी का सेवन करने से कई फायदे होते है। इन मिलेट्स को आप अपनी डाइट में जरुर शामिल करें।
(इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें)

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