सरकारी चेतावनीः ऑनलाइन लोन देने वाले एप्स से रहें दूर
ठगी होने पर खुद होंगे जिम्मेदार

नई दिल्लीः गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली संस्था साइबर दोस्त ने एक्स पर पोस्ट करते हुए दो एप्स के बारे में लोगों को अलर्ट किया है। साइबर दोस्त ने कहा है कि सिर्फ उन्हीं एप्स से लोन लें जिन्हें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने स्वीकृत किया है।
महामारी के बाद भारत में इंस्टैंट यानी तुरंत लोन देने वाले एप्स की बाढ़ आ गई है। हजारों एप्स हैं जो सिर्फ आधार कार्ड देने पर 5,000 रुपये ले लेकर 50,000 रुपये तक लोन दे रहे हैं। इनमें से कई एप्स पर भारत सरकार और गूगल प्ले-स्टोर ने कार्रवाई की है। बावजूद इसके अभी भी कई सारे एप्स हैं जो एक्टिव हैं और लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं।
साइबर दोस्त ने दी चेतावनी
गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली संस्था साइबर दोस्त ने एक्स पर पोस्ट करते हुए दो एप्स के बारे में लोगों को अलर्ट किया है। साइबर दोस्त ने कहा है कि सिर्फ उन्हीं एप्स से लोन लें जिन्हें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने स्वीकृत किया है। साइबर दोस्त ने स्वंद उम और ळसवइंस ज्ञतमकपज से लोगों को दूर रहने को कहा है।
साइबर दोस्त ने कहा है कि ये दोनों एप्स फर्जी हैं और इनसे लोन लेने पर आप ठगी के शिकार हो सकते हैं। इससे पहले भी साइबर दोस्त ने कई सारे फर्जी लोन एप्स को लेकर चेतावनी दी है। साइबर दोस्त देश के लोगों को साइबर ठगी से बचाने के लिए प्रयासरत है। किसी भी तरह के स्कैम होने पर 1930 डायल करके शिकायत दर्ज करानी चाहिए।