ईरान के हमले के बाद इजरायल का ‘आपरेशन बदला’ शुरू,

हिजबुल्लाह के वेपन प्लांट को उड़ाया

तेल अवीव: ईरान के हवाई हमले को विफल करने के बाद इजरायल ने अब बदले की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कड़ी में इजरायली सेना ने सबसे पहले लेबनान में हिजबुल्लाह के एक महत्वपूर्ण हथियार निर्माण स्थल को निशाना बनाया है। इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्लाह का यह हथियार कारखाना पूरी तरह से नष्ट हो गया। इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने भी पूर्वोत्तर लेबनान के बाल्बेक के पास नबी चित क्षेत्र में आज हवाई हमले की पुष्टि की है। सेना का कहना है कि हमले में हिजबुल्लाह से संबंधित “महत्वपूर्ण हथियार निर्माण स्थल” को निशाना बनाया गया।

आईडीएफ ने हमले की पुष्टि की
आईडीएफ का कहना है कि यह हमला रात भर हुए ईरानी हमले के बीच उत्तरी इजरायल पर हिजबुल्लाह द्वारा दागे गए लगभग 40 रॉकेटों की प्रतिक्रिया के रूप में हुआ है। हिजबुल्लाह को ईरान का प्राक्सी माना जाता है। इस समूह का गठन ही इजरायल के खिलाफ हुआ है। इसे ईरान की शह पर बनाया गया था। हिजबुल्लाह एक शिया आतंकी समूह है, जिसका लक्ष्य इजरायल की बर्बादी है। इस समूह को पैसा, हथियार और ट्रेनिंग ईरान से मिलता है। ऐसे में हिजबुल्लाह लेबनान की तरफ से इजरायली सीमा पर हिंसक गतिविधियों में शामिल होता है।

इजरायली सेना ने ईरान के हमले के बाद हिजबुल्लाह के खिलाफ जबरदस्त जबावी कार्रवाई की है। इस हमले में हिजबुल्लाह का एक हथियार निर्माण कारखाना पूरी तरह तबाह हो गया है। ईरानी मिसाइल और ड्रोन हमलों के वक्त हिजबुल्लाह ने भी इजरायल पर रॉकेट दागे थे। इजरायल का हवाई हमला उन्हीं हमलों की प्रतिक्रिया थी।

हिजबुल्लाह के पास हथियारों का जखीरा
हिजबुल्लाह, दुनिया के सबसे भारी हथियारों से लैस, आतंकवादी समूहों में से एक है। यह ईरान के सशस्त्र सहयोगियों में सबसे अदिक ताकतवर है, जिसमें फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास, यमन के हूती विद्रोही, इराकी मिलिशिया और अन्य शामिल हैं। हिजबुल्लाह के पास ऐसे-ऐसे घातक हथियार हैं, जिनसे अमेरिका भी सतर्क रहता है। यही कारण है कि अक्टूबर में हमास के हमले के बाद इजरायल की रक्षा के लिए पहुंचे दो अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर और दर्जनों युद्धपोत लेबनान के तट से दूर ही बने रहे।

हिजबुल्लाह के पास एक लाख से अधिक रॉकेट
हिजबुल्लाह की सैन्य ताकत रॉकेटों के विशाल शस्त्रागार पर टिकी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस शिया इस्लामी समूह के पास आज 100,000 से अधिक रॉकेट हो सकते हैं। हिजबुल्लाह का कहना है कि उसके पास ऐसे रॉकेट हैं जो इजरायल के सभी इलाकों पर हमला कर सकते हैं। हिजबुल्लाह के शस्त्रागार में गाइडेड और अनगाइडेड दोनों तरह के रॉकेट हैं। इसके अलावा गाइडेड मिसाइलें, ड्रोन, एंटी टैंक, एंटी एयरक्राफ्ट और एंटी शिप मिसाइलें भी हैं।

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