लालू का मुसलमानों को आरक्षण संबंधी बयान मंडल आयोग की भावना का उल्लंघन : जद (यू) नेता त्यागी
पिछड़े वर्गों के खिलाफ साजिश

नयी दिल्ली: मुसलमानों को आरक्षण देने के पक्ष में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू यादव के बयान की आलोचना करते हुए जनता दल (यूनाइटेड) ने मंगलवार को कहा कि उनका रुख संविधान की मूल भावना के साथ-साथ मंडल आयोग की रिपोर्ट का भी उल्लंघन है।
जद (यू) प्रवक्ता के. सी. त्यागी ने कहा कि इस तरह का बयान सामाजिक और शैक्षिक पिछड़ेपन के आधार पर आरक्षण का लाभ ले रहे पिछड़े वर्गों के खिलाफ साजिश के समान है।
उन्होंने कहा, ”प्रसाद का बयान निंदनीय है।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री प्रसाद जैसे शख्स जो मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने के लिए आंदोलन का हिस्सा रहे, ऐसा बयान दे रहे हैं।
त्यागी ने कहा कि आयोग ने हिंदुओं के साथ-साथ मुसलमानों के सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की सिफारिश की थी।
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आरक्षण का लाभ देने के लिए धर्म कभी भी मानदंड नहीं हो सकता। प्रसाद ने पटना में संवाददाताओं से कहा कि वह मुसलमानों को आरक्षण का लाभ देने के पक्ष में हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संविधान को खत्म कर आरक्षण भी समाप्त करना चाहती है।