पाक पासपोर्ट की दुनिया में खस्ता हालत पर छलका पाकिस्तानियों का दर्द

बांग्लादेशी हमें छेड़ते हैं, ईरान में होटल नहीं मिलता...

इस्लामाबाद: पाकिस्तान की विदेश नीति और दुनिया में देश के पासपोर्ट की कम होती अहमियत पर अक्सर ही वहां की अवाम बात करती रही है। हाल ही में पासपोर्ट रैंकिंग जारी करने वाली एक संस्था ने 2024 का इंडेक्स जारी किया था।

इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के डेटा पर आधारित इस लिस्ट में पाकिस्तान का पासपोर्ट शीर्ष 100 के बाहर है। पाकिस्तान के पासपोर्ट की कमजोर हैसियत पर वहां के लोगों ने जमकर अपनी सरकार की आलोचना की है। पाकिस्तान के यूट्यूबर सुहेब चौधरी ने अपने देश के लोगों से इस पर बात की है। जिसपर लोगों ने अपने गुस्से का इजहार किया।

सुहेब से बात करते हुए इंजीनियर नोमान भट्टी ने कहा, ‘पाकिस्तान के पासपोर्ट की दुनिया में कोई वैल्यू नहीं है। हमारा पासपोर्ट बस उन मुल्कों से ही बेहतर हैं, जहां कोई जंग चल रही है। जो ठीक-ठाक मुल्क हैं, वो सब हमसे बेहतर हैं। हमारे हरे पासपोर्ट को देखकर लोग लाल हो जाते हैं। इसकी वजह ये है कि हमने मोरल वैल्यू का ध्यान कभी नहीं किया है।

दुनिया में कहीं भी जाते हैं तो पाकिस्तानी ईमानदारी से काम करने के बजाय दांव लगाने पर ध्यान देते हैं कि कैसें कहीं से दांव लगाकार कुछ निकाल लें।’ भारत से रिश्ते पर भट्टी ने कहा कि पड़ोसी देश से अच्छे रिश्ते ही बेहतर होते हैं, ये कोई बच्चा भी बता सकता है। हम रातभर भारत की फिल्में देखते हैं और सुबह उठकर भारत के खिलाफ नारा लगा देते हैं तो इसका कोई मतलब नहीं है।

हम अफगानिस्तान से भी पिछड़ जाएंगे
शहरोज खान ने कहा कि कुछ समय पहले वह ओमान गए थे। वहां एक बांग्लादेश के नागरिक ने उनको छेड़ा और कहा कि हमारा टका तुम लोगों से बेहतर हो गया है। शहरोज ने कहा, ‘एक लंबे वक्त तक बांग्लादेशियों को हम दो टके का बंगाली कहकर छेड़ते थे। एशिया के ज्यादातर मुल्क हम लोगों से बेहतर थे लेकिन आज लगता है कि हम अफगानिस्तान से भी पिछड़ जाएंगे। आज तो सच्चाई ये है कि कई देश पाकिस्तानी पासपोर्ट देखकर वीजा नहीं देते, इससे ज्यादा और क्या कहें।’

मियां नदीम ने पाकिस्तान के वीजा की गिरती अहमियत और देश की खराब होती आर्थिक हालत पर कहा, ‘दूसरे देशों में जाने पर हमें शर्मिंदगी सी होती है। मैं ईरान और दुबई में गया हूं। मैंने ईरान में एक ऐसा तजुर्बा किया जिसने बहुत परेशान किया।

तेहरान में एक होटल में मुझे ये कह दिया गया कि हम पाकिस्तानी को रूम नहीं देते हैं। भारत के लोगों की वो इज्जत करते हैं और स्वागत करते हैं। पाकिस्तानी को वो होटल में ठहराना तक नहीं चाहते तो फिर पासपोर्ट पर क्या बहस कर सकते हैं। मैं तो फर्स्ट हैंड तजुर्बा करके आया हूं कि पाक का क्या हाल है।’

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