वोटिंग के एक दिन बाद बीजेपी मुरादाबाद उम्मीदवार सर्वेश सिंह का निधन
निधन के बाद उठे सवाल? मतगणना के बाद उप चुनाव पर फैसला!

मुरादाबाद: बीजेपी मुरादाबाद के उम्मीदवार सर्वेश सिंह, जो 5 बार विधायक और 1 बार सांसद रह चुके हैं की उत्तर प्रदेश निर्वाचन क्षेत्र में आम चुनाव के पहले चरण के मतदान के एक दिन बाद मृत्यु हो गई. वह 72 वर्ष के थे और लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे. उनका दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था. यूपी बीजेपी के चीफ भूपेंद्र चौधरी ने पीटीआई को बताया, “कुंवर सर्वेश कुमार की मृत्यु हो गई है.”
उन्होंने कहा, “उनके गले में कुछ दिक्कत थी और उनका ऑपरेशन हुआ था. वह शनिवार को चेकअप के लिए एम्स गए थे.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने नेता के निधन को बीजेपी के लिए “अपूरणीय क्षति” बताया. पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मुरादाबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह जी के असामयिक निधन से मुझे बेहद दुख हुआ है. वह अपनी अंतिम सांस तक जनसेवा और समाज सेवा के लिए समर्पित रहे. उनका निधन पार्टी के लिए एक अपूरणीय क्षति है. मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके परिवार को इस गहन दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें, ओम शांति!”
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मुरादाबाद से हमारे उम्मीदवार और पूर्व सांसद, कुंवर सर्वेश कुमार सिंह जी के निधन की खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं. यह भाजपा परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है. दुख की इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार के सदस्यों के साथ हैं. मैं प्रार्थना करता हूं कि प्रभु श्री राम दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति दें. ओम शांति!”
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कुंवर सर्वेश सिंह के निधन ने क्षेत्र में अलग ही माहौल बना दिया है। दरअसल, कुंवर सर्वेश के निधन के साथ ही मुरादाबाद में भारतीय जनता पार्टी की राजनीतिक का मजबूत स्तंभ शनिवार को ढह गया। सर्वेश के रसूख का ही असर था कि तमाम विरोधियों को दरकिनार कर भारतीय जनता पार्टी ने लगातार चौथी बार उन्हें लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया। मुरादाबाद की सियासत में कुंवर सर्वेश सिंह का 3 दशकों से अधिक समय तक दबदबा रहा। बीजेपी के टिकट पर वह ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र से उस समय जीते, जब मुरादाबाद में भाजपा खाता खोलने की कोशिश कर रही थी। तब वह क्षेत्र से इकलौते विधायक हुआ करते थे।
चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, अगर कोई प्रत्याशी की नामांकन दाखिल करने के बाद प्रचार अभियान के दौरान मृत्यु हो जाती है, तो चुनावी प्रक्रिया स्थगित कर दी जाएगी। बाद में चुनाव की तिथि घोषित करने का नियम है। इसके बाद नए सिरे से चुनाव प्रक्रिया को पूरा कराया जाता है। कुंवर सर्वेश सिंह के निधन के मामले में बात अलग है। उनका निधन वोटिंग के बाद हुआ है। इसलिए, अब 4 जून को मतगणना होगी। अगर कुंवर सर्वेश सिंह जीत दर्ज करने में कामयाब होते हैं, तो फिर मुरादाबाद में उपचुनाव होगा।
मुरादाबाद में कुंवर सर्वेश सिंह का मुकाबला समाजवादी पार्टी की रुचि वीरा से है। ऐसे में अगर यहां से रुचि वीरा या अन्य कोई उम्मीदवार जीत दर्ज करते है, तो फिर उपचुनाव नहीं होगा। वोटों की गिनती होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि उपचुनाव होना है, या नहीं।