सूरत लोकसभा सीट रिजल्ट से पहले ही BJP उम्मीदवार जीते
मुकेश को मिला जीत का सर्टिफिकेट

सूरत(गुजरात): लोकसभा चुनाव 24 के चुनावों में पहले चरण के लिए तो वोटिंग हो चुकी है. अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग होगी. भले ही नतीजों का ऐलान 4 जून को होगा. लेकिन एक लोकसभा सीट ऐसी है, जहां बीजेपी का उम्मीदवार नतीजे आने से पहले ही जीत गया है. 22 अप्रैल को बीजेपी के उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध सूरत लोकसभा सीट से जीत गए.
दरअसल उनके सामने खड़े हुए बाकी सभी कैंडिडेट्स ने अपने नॉमिनेशन पेपर्स वापस ले लिए थे, जिसके बाद उनको निर्विरोध विजयी घोषित कर दिया गया. कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार निलेश कुम्भानी के नॉमिनेशन पेपर्स रिजेक्ट होने के एक दिन बाद यह फैसला लिया गया है. निलेश के तीन प्रस्तावकों ने एक एफिडेविट में दावा किया कि उन्होंने उनके नॉमिनेशन फॉर्म पर दस्तखत नहीं किए हैं.
8 उम्मीदवारों ने वापस लिया नाम
नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन आठ उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया, जिनमें बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्यारेलाल भारती और अधिकतर निर्दलीय शामिल हैं. रविवार को निर्वाचन अधिकारी ने सूरत सीट से कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुम्भाणी का नामांकन प्रस्तावकों के दस्तखत में पहली नजर में गड़बड़ी होने के बाद रद्द कर दिया था. कुम्भाणी का नामांकन रद्द होने के बाद पार्टी के वैकल्पिक उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करने वाले सुरेश पडसाला का नामांकन पत्र भी रद्द कर दिया था.
मुकेश को मिला जीत का सर्टिफिकेट
मुकेश दलाल को चुनाव आयोग से जीत का सर्टिफिकेट मिलने के बाद बीजेपी के नेताओं ने उनको बधाई दी. गुजरात बीजेपी चीफ सीआर पाटिल ने लिखा, पीएम मोदी को सूरत ने पहला कमल दिया है.
21 अप्रैल को जिला चुनाव अधिकारी सौरभ पारधी ने कांग्रेस उम्मीदवार के नॉमिनेशन पेपर्स रिजेक्ट कर दिए थे. गुजरात में आप-कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने 26 में से 24 पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि आम आदमी पार्टी भावनगर और भरूच में चुनाव लड़ रही है. चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, बीजेपी और कांग्रेस के अलावा बसपा ही ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है, जिसने सूरत सीट से उम्मीदवार खड़ा किया हो.