बंगाल से लेकर बिहार तक तबाही मचाने समंदर से दौड़ा चला आ रहा ‘रेमल’ चक्रवात

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में जहां भीषण गर्मी जारी है, तो वहीं पश्चिम बंगाल के समुद्री इलाको में चक्रवात आने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ में तब्दील हो गया है और इसके रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच समुद्र तट से टकराने की आशंका है।

रेमल चक्रवात को लेकर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के समुद्री इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। सुरक्षा के लिहाज से कोलकाता का एयरपोर्ट भी बंद रखा गया है। पूरे इलाके में रेस्क्यू टीमें तैनात की गई हैं। रेमल चक्रवात से जुड़े बड़े अपडेट्स यहां जानिए।

सीजन का पहला चक्रवात
इस मॉनसून से पहले बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवाती तूफान है। मौसम विभाग द्वारा शनिवार शाम 7:50 बजे जारी ताजा जानकारी के मुताबिक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ में तब्दील हो गया और खेपुपारा से लगभग 360 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप से 350 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है।

इस दौरान 110-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है, जो 135 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। चक्रवात रेमल के समुद्र तट से टकराने के मद्देनजर कोलकाता हवाई अड्डा रविवार आधी रात से नौ घंटे के लिए उड़ान परिचालन निलंबित करेगा।

एयरपोर्ट और बंदरगाह किए गए बंद
चक्रवाती तूफान के पूर्वानुमान के मद्देनजर कोलकाता श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर रविवार शाम से 12 घंटे के लिए सभी ‘कार्गो और कंटेनर हैंडलिंग’ कार्य निलंबित रहेंगे। अधिकारियों ने कहा कि परिचालन रविवार शाम छह बजे से सोमवार तड़के छह बजे तक निलंबित रहेगा।

बंदरगाह के चेयरपर्सन रथेंद्र रमन ने संभावित चक्रवात के प्रभाव से निपटने की तैयारियों की निगरानी के लिए शनिवार को एक बैठक की। बंदरगाह अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने सक्रिय उपायों और अंतर-विभागीय सहयोग पर जोर दिया। अधिकारियों ने कहा कि बंदरगाह क्षेत्र में इस दौरान रेलवे परिचालन भी निलंबित रहेगा।

NDRF और SDRF की टीमें तैनात
रेमल चक्रवात के मद्देनजर आपदा प्रबंधन से जुड़ी केंद्रीय और राज्य एजेंसियां तैयार हैं। राज्य एजेंसियों के लिए लालबाजार में कोलकाता पुलिस मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है। एनडीआरएफ की टीमें उन जिलों की ओर जा रही हैं जो चक्रवाती तूफान से प्रभावित होने की संभावना है। आईसीजी स्थिति से उचित तरीके से निपटने के लिए अपने बांग्लादेशी समकक्षों के साथ समन्वय करने के अलावा नाविकों को अलर्ट भी जारी कर रहा है।

इस बीच, एनडीआरएफ ने सात जिलों में 12 टीमें तैनात की हैं। जहां एक टीम कोलकाता में तैनात की जाएगी, वहीं उत्तर 24 परगना, पूर्वी मिदनापुर और पश्चिमी मिदनापुर जिलों में दो-दो टीमें तैनात की जाएंगी। दक्षिण 24 परगना में तीन टीमें तैनात की गई हैं, जहां सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है। बाकी टीमें हावड़ा और हुगली में तैनात रहेंगी।

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