लोकसभा चुनाव 24: यूपी में तीसरे मोर्चे ‘PDM’ का एलान
ओवैसी और पल्लवी पटेल बढ़ाएंगे अखिलेश यादव की टेंशन

लखनऊ: अपना दल कमेरावादी की नेता व विधायक पल्लवी पटेल ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम ) चीफ असदुद्दीन ओवैसी के साथ मिलकर यूपी में तीसरे मोर्चे पीडीएम (PDM) का एलान कर दिया है. यूपी में बना यह तीसरा मोर्चा समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की टेंशन बढ़ा सकता है. अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने कहा कि पिछड़ा समाज, दलित और मुसलमान समाज, जिसका दमन किया जा रहा है, जिसके सम्मान पर कुठाराघात किया जा रहा है. सरकार और मुख्य विपक्ष के खिलाफ हम ये पीडीएम (PDM) न्याय मोर्चा लेकर आए हैं.
पल्लवी पटेल ने कहा कि जब तक पीडीएम को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक सामाजिक न्याय की लड़ाई पूरी नहीं होगी. वहीं इसी दौरान एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पल्लवी पटेल के एक एक शब्द के साथ हूं. ये साथ पार्लियामेंट तक ही नहीं, उसके आगे भी साथ रहेंगे.
इसके साथ ही प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के अध्यक्ष प्रेम चन्द बिंद ने कहा कि आज यूपी और देश की जनता एक न्याय विकल्प दे रहे हैं. भारत और यूपी में पिछड़े, अतिपिछड़े और दलितों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. हम चाहते हैं कि पिछड़ों और दलितों का कोटा बढ़ाया जाए. यूपी के युवा बेरोजगार हैं, उनको हम रोजगार देंगे. उपेक्षित वर्ग को निशुल्क इलाज, शिक्षा मुहैया दिलाने का हम काम करेंगे. हम एनडीए को इंडिया को हराएंगे.
वहीं अपना दल (के) अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने कहा कि सभी दलों को धन्यवाद जो साथ हैं, आवाज को मजबूत कर दिल्ली तक आवाज पहुंचाएं. इसके साथ ही राष्ट्र उदय पार्टी के अध्यक्ष बाबू राम पाल ने कहा कि पीडीएम का गठन वंचित, शोषित समाज के हक और अधिकार की लड़ाई के लिए हुए हैं. बीजेपी पिछड़ों को हक नहीं देना चाहते हैं, कर्पूरी ठाकुर जी को सम्मान तो दे रहे हैं वोट पाने के लिए पर उनको अधिकार नहीं दे रहे हैं.
लोकसभा चुनाव में 30 से ज्यादा सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी पल्लवी पटेली की पार्टी
देशभर में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, चुनाव आयोग की तरफ चुनाव तारीखों का ऐलान भी हो चुका है. यूपी में सात चरणों में लोकसभा चुनाव संपन्न कराए जाएंगे.
इधर, चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही अब उत्तर प्रदेश की सियासत भी अपना खूब रंग दिखा रही है. चुनाव से पहले अपना दल (कमेरावादी) पार्टी की नेता और समाजवादी पार्टी से विधायक पल्लवी पटेल ने समाजवादी पार्टी को झटका देने की तैयारी कर रही हैं.
अपना दल (कमेरावादी) पार्टी की नेता पल्लवी पटेल अब ‘पीडीएम’ (पिछड़ा, दलित, मुस्लिम) के माध्यम से लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशियों को हराएंगी. समाजवादी पार्टी के पीडीए को टक्कर देने के लिए के लिए पल्लवी पटेल की पिछड़ा, दलित व मुस्लिम (PDM) नेताओं को एक मंच पर लाने की कोशिश है. पार्टी तीन दर्जन से अधिक लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने का मन बना लिया है.
अखिलेश का PDA भटक चुका है- पल्लवी पटेल
राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर समाजवादी पार्टी व अपना दल कमेरावादी की पल्लवी के बीच खटास हुई थी. जो अब लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिल रही है. दरअसल सपा ने जया बच्चन, रामजीलाल सुमन व आलोक रंजन को प्रत्याशी बनाया था, पल्लवी इसी बात से नाराज थीं. उन्होंने कहा था कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की राजनीति करने वाली सपा ने पिछड़े व अल्पसंख्यकों को प्रत्याशी नहीं बनाया.
अखिलेश यादव ने पिछले दिनों दो टूक कहा था कि अपना दल कमेरावादी से 2022 में ही गठबंधन था, अब 2024 में गठबंधन नहीं है. जिस पर पल्लवी ने कहा था कि कांग्रेस तय करे कि अपना दल कमेरावादी INIDA गठबंधन में है या नहीं. कांग्रेस से भी जवाब न मिलने पर पल्लवी नए विकल्प की तलाश में जुट गईं. कोई रास्ता न दिखने पर पल्लवी रविवार को ‘पीडीएम’ की राजनीति करने की घोषणा करेंगी.
सूत्रों की मानें तो पल्लवी पटेल की पार्टी इस चुनाव में 30 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है. इनमें ज्यादातर सीटें पूर्वांचल की होंगी. अपना दल कमेरावादी बीते दिनों ही समाजवादी पार्टी गठबंधन से अलग हुई है.