विटामिन का कारखाना है शहतूत का पौधा!
फल-पत्ता ही नहीं, पूरा का पूरा पेड़ है संजीवनी

शाहजहांपुर: साधारण से दिखने वाले शहतूत (Shahtoot benefits) की खेती रेशम के कीट पालने के लिए की जाती है. लेकिन, ये अपने अंदर कई गुण भी समेटे हुए है. इसका फल और पत्तियों में बहुत से ऐसे गुण छिपे होते हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखते हैं. शहतूत में पाचन तंत्र को मजबूत करने, दिल के रोगों को कम करने के साथ-साथ कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों में भी बेहद कारगर होता है.
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में 20 साल से तैनात गृह विज्ञान की वैज्ञानिक डॉ. विद्या गुप्ता (असिस्टेंट प्रोफेसर/ विषय वस्तु विशेषज्ञ गृह विज्ञान) ने बताया कि शहतूत के फल में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के और विटामिन बी6 के साथ-साथ आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है.
कैंसर और दिल की बीमारी होंगी दूर
शहतूत (Health benefits of Mulberry) के फल में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण की वजह से यह कैंसर, मधुमेह और दिल की बीमारियों के खतरे को कम करने में मददगार होता है. इसमें पाए जाने वाले फाइबर की वजह से पाचन तंत्र मजबूत होता है. पेट के अंदर की सूजन को भी कम करने के साथ-साथ कई बीमारियों में राहत देता है.
रोज खाने से त्वचा की झुर्रियां होंगी कम
डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि शहतूत के फल में एंटी एजिंग गुण पाए जाते हैं. कम उम्र में आई त्वचा की झुरियां को कम करने के साथ-साथ यह त्वचा को चमकदार बनाता है. इतना ही नहीं, इसमें पाए जाने वाले विटामिन ए की वजह से आंखों की रोशनी भी बढ़ाती है.
त्वचा की बीमारियों को रखेगा दूर
शहतूत के फल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं. यह कैंसर के खतरे को भी कम करता है. एक्जिमा और सोरायसिस की बीमारी में फायदेमंद होता है. शहतूत मधुमेह के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसमें पाए जाने वाले आयरन की वजह से यह महिलाओं में खून की कमी को भी दूर करता है.
पत्तों का अर्क भी है कारगर
शहतूत के फलों के साथ-साथ इसके पत्ते भी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. शहतूत के पत्तों का अर्क लीवर संबंधित बीमारी, त्वचा को चमकदार बनाने, वजन को नियंत्रित करने, पाचन को मजबूत करने और स्किन एलर्जी में बेहद फायदेमंद होता है. इसका अर्क अगर फोड़े फुंसियों और घाव पर लगाया जाए तो यह उनको जल्द सही करने का काम करता है. शहतूत की पत्तियों को उबालकर पानी के गरारे किए जाएं तो गले की खराश भी दूर होती है.
विटामिन सी की करता है पूर्ति
शहतूत के फल खाने के अलावा इसका जैम, जैली या फिर जूस बनाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है. शहतूत के फल का नियमित तौर पर सेवन किया जाए तो यह विटामिन सी की आवश्यक मात्रा की पूर्ति करता है. (साभार-जनहित में प्रकाशित)