मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ जारी हुआ गैर जमानती वारंट
हल्द्वानी हिंसा में की थी भड़काऊ बयानबाजी

बरेली: उत्तर प्रदेश इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के चीफ मौलाना तौकीर रजा की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है, लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक कामयाबी नहीं लगी है. अब आज यानी 18 मार्च को एक बार फिर बरेली की प्रेम नगर थाना पुलिस मौलाना तौकीर के घर पहुंची, जहां पुलिस ने उनके घर पर गैर-जमानती वारंट का नोटिस चस्पा किया है. यानी अगर मौलाना तौकीर रजा 19 मार्च तक अदालत में पेश नहीं होते हैं, तो उनकी चल-अचल संपत्ति को कुर्क कर लिया जाएगा.
होना होगा कोर्ट में पेश नहीं तो संपत्ति होगी कुर्की
दंगे के केस में सुनवाई के दौरान एडीजे फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम रवि कुमार दिवाकर ने मौलाना के कोर्ट में लगातार गैरहाजिर रहने पर एनबीडब्ल्यू नोटिस जारी किया है। साथ ही 19 मार्च को कोर्ट में पेश होने का आदेश भी दिया है। अगर मौलाना पेश नहीं होते हैं तो उनकी संपत्ति कुर्क करने का निर्देश दिया गया है। कोतवाली थाना क्षेत्र के दरगाह आला हजरत के पास मौलाना तौकीर रजा का घर है। इसी घर पर नोटिस चस्पा की गई है। इससे पहले कोर्ट ने समन जारी कर मौलाना तौकीर रजा को 11 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था.
पुलिस दे रही है दबिश
यूपी पुलिस मौलाना तौकीर रजा खान को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दे रही है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस दिल्ली, राजस्था और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में दबिश दे रही है.
क्या है पूरा मामला
तौकीर रजा खान हमेशा अपने बयानों की वजह से विवादों में रहते हैं. उनका प्रभाव बरेलवी मुसलमानों के बीच काफी ज्यादा है. मौलाना कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के इल्जाम में उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले साल उनपर मुकदमा दर्ज किया था.
तौकीर रजा ने हल्द्वानी हिंसा को लेकर भड़काऊ बयान देते हुए कहा, “तुम हमारे घर पर बुलडोजर चला दोगे तो क्या हम चुप बैठेंगे? अब किसी बुलडोजर को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट आगर संज्ञान नहीं ले रहा तो हम अपनी हिफाजत खुद करेंगे कानून ने हमें अधिकार दिया कि अगर कोई हम पर हमला होता है तो हम उसे जान से मार दें।”
क्या था मामला?
2 मार्च 2010 को होली और बारावफात का जुलूस निकाला जाना था। हालांकि दोनों जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकल गए। लेकिन आरोप है कि सौदागरान के निवासी और आला हजरत परिवार रखने वाले तौकीर रजा ने एक समूह के बीच में भड़काऊ बयान दिया, जिसके बाद कुतुबखाने से प्रेम नगर के कुहाड़ा पीर बाजार तक दंगे भड़क गए। लोगों की भीड़ ने पुलिस चौकी में आग लगा दी और बहुसंख्यक के घरों को भी जला दिया। शहर के हालात को देखते हुए 27 दिन तक कर्फ्यू लगा रहा।