नीदरलैंड में इस्लाम विरोधी नेता गीर्ट विल्डर्स को झटका
मस्जिदों और कुरान के बैन की उठाई थी मांग

एम्सटर्डम: नीदरलैंड्स में इस्लाम विरोधी नेता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले गीर्ड विल्डर्स ने पीएम की रेस से हटने का फैसला किया है। विल्डर्स की धुर दक्षिणपंथी पार्टी फ्रीडम पार्टी (PVV) ने पिछले साल चुनावों में पहला स्थान हासिल कर सभी को चौंका दिया था। उन्होंने स्वीकार किया है कि वह अगले पीएम नहीं होंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके संभावित गठबंधन के सहयोगी उनका समर्थन नहीं कर रहे। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘मैं केवल तभी पीएम बन सकता हूं जब गठबंधन में सभी दल इसका समर्थन करे। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा।’
उनकी फ्रीडम पार्टी ने पिछले साल सबसे ज्यादा वोट हासिल किए थे, लेकिन उन्होंने अन्य दलों से समर्थन की जरूरत होगी। नई सरकार बनाने के लिए तीन अन्य दलों से बातचीत चल रही है। आखिरी वार्ता मंगलवार को हुई थी, जिससे जुड़ी रिपोर्ट वार्ताकार गुरुवार को संसद में साझा करेंगे। अपने पोस्ट में उन्होंने आगे लिखा, ‘मैं एक दक्षिणपंथी कैबिनेट चाहता हूं।
विल्डर्स नहीं बनेंगे पीएम
विल्डर्स ने गठबंधन सरकार बनाने की कोशिश करने के लिए केंद्रीय दक्षिणपंथी वीवीडी, न्यू सोशल कॉन्ट्रैक्ट और बीबीबी किसान दलों के साथ कई महीने बातचीत की है। नीदरलैंड्स के सरकारी टीवी एनओएस के मुताबिक इस सप्ताह तीनों दलों के नेताओं ने साथ आने पर सहमति जताई। लेकिन साथ ही शर्त रखी कि वह तभी तैयार होंगे जब विल्डर्स पीएम न बनने के लिए सहमत हों। अभी यह साफ नहीं हो सका है कि पीएम के चेहरे पर कोई सहमति बनी या नहीं।
मस्जिद और कुरान पर नहीं होगा बैन
नवंबर 2023 में आए चुनावी नतीजों में PVV ने 37 सीटों पर जीत हासिल की थी। 150 सीटों वाली संसद में पूर्वानुमान से भी यह कहीं ज्यादा था। हालांकि उन्हें बहुमत नहीं मिला। जिन दलों से वह गठबंधन चाहते थे वह विल्डर्स के घोषणापत्र के कुछ वादों से सहमत नहीं थे। इसमें मस्जिदों, कुरान और हिजाब पर प्रतिबंध शामिल था। इसके अलावा उन्होंने यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने की बात कही थी। विल्डर्स इस्लाम विरोधी बयान देते रहते हैं, जिसके कारण उन्हें धमकी मिलती रहती है।